महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक ने शनिवार को आरोप लगाया कि मोदी सरकार कोरोना वायरस महामारी से निपटने में पूरी तरह विफल रही है और असहाय हो चुकी है।
मलिक ने दावा किया कि रोजाना पूरे देश से चार लाख से अधिक कोरोना के नये मामले सामने आ रहे हैं। यहां तक कि उच्च न्यायालय एवं उच्चतम न्यायालय को कोरोना की स्थिति पर आदेश जारी कर केंद्र सरकार को उसकी जिम्मेदारी से अवगत कराना पड़ा है। राकांपा ने कहा कि यह सच्चाई है कि राज्यों को ऑक्सीजन कोटे के हिसाब से नहीं मुहैया कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में महाराष्ट्र को उसके कोटे का 50 टैंक नहीं मिल पर रहा है जो कर्नाटक प्लांट से मुहैया कराया जाता है।
उन्होंने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि इस सरकार की भूमिका केवल भाषण देने एवं घोषणायें करने तथा समय बर्बाद करने तक रह गया है। उन्होंने कहा कि हमारे पास ना तो पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन है, ना तो समय पर रेमडेसिविर की आपूर्ति मिलती है और टीकाकरण कार्यक्रम ठप हो गया है जिसमें साढ़े चार लाख लोग ऐसे हैं जिन्हें कोरोना की पहली खुराक मिली है।
बता दें कि महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोविड-19 के 54,022 नए मामले आने से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 49,96,758 हो गयी। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि संक्रमण से 898 मरीजों की मौत हो गयी। राज्य में अब तक 74,413 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में एक दिन पहले संक्रमण के 62,194 मामले आए थे। विभिन्न अस्पतालों से 37,386 और मरीजों को छुट्टी मिलने के साथ अब तक 42,65,326 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं। राज्य में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 6,54,788 है। वहीं, पिछले 24 घंटे में 2,68,912 नमूनों की जांच की गयी।