नवाब मलिक ने NCB की रेड को बताया फर्जी, कहा- 3 लोगों को किया गया रिहा जिसका BJP से था कनेक्शन - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

नवाब मलिक ने NCB की रेड को बताया फर्जी, कहा- 3 लोगों को किया गया रिहा जिसका BJP से था कनेक्शन

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) और भाजपा पर हमला तेज करते हुए शनिवार को क्रूज पर हुई रेड को ही फर्जी बता दिया है। एनसीपी ने दावा किया कि एनसीबी ने भाजपा के एक नेता के एक रिश्तेदार सहित 3 बंदियों को रिहा कर दिया।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) और भाजपा पर हमला तेज करते हुए शनिवार को क्रूज पर हुई रेड को ही फर्जी बता दिया है। एनसीपी ने दावा किया कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के एक रिश्तेदार सहित 3 बंदियों को रिहा कर दिया और जहाज रेव पार्टी के छापे को ”पूर्व नियोजित साजिश” करार दिया।
एक जवाबदेह अफसर इस तरह फेक स्टेटमेंट कैसे दे सकता है
एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि एनसीबी ने जिस दिन क्रूज़ पर छापेमारी की उस दिन एनसीबी के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े ने कहा था कि हमने 8-10 लोगों को हिरासत में लिया है। एक जवाबदेह अफसर इस तरह फेक स्टेटमेंट कैसे दे सकता है। हिरासत में लिए गए लोग 8 या 10 नहीं बल्कि 11 थे।
वो तीन नाम जिन्हें रेड के बाद छोड़ा गया
उन्होंने कहा कि हमारी जानकारी है कि मुंबई पुलिस के पास सुबह तक जानकारी थी कि 11 लोगों को हिरासत में लिया गया फिर उसके बाद खबर आई कि 8 लोगों को ही हिरासत में लिया गया है। उसमें 3 लोगों को छोड़ा गया है। उनके नाम ऋषभ सचदेवा हैं, जो एक भाजपा नेता मोहित भारतीय (पूर्व में कंबोज), आमिर फर्नीचरवाला और प्रतीक गाभा के भतीजे हैं।
रिषभ सचदेवा को हिरासत में लेने के 2 घंटे के बाद छोड़ा गया
एनसीएपी नेता ने कहा कि रिषभ सचदेवा को हिरासत में लेने के 2 घंटे के बाद छोड़ा गया। तीनों लोगों को साथ में छोड़ा गया। जब सुनवाई चल रही थी तब मजिस्ट्रेट कोर्ट में प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला का नाम रिफलेक्ट हुआ है। इन 2 लोगों के बुलाने पर ही आर्यन खान वहां गए थे।
एनसीबी को जवाब देना चाहिए कि उन्हें क्यों रिहा किया गया
उन्होंने सवालों की बारिश करते हुए कहा कि एनसीबी से सवाल है कि आपने 1300 लोगों के जहाज पर रेड किया, 12 घंटे रेड चली, 11 लोगों को सलेक्ट करके हिरासत में लिया। एनसीबी को इसकी जानकारी देनी पड़ेगी कि इन 3 लोगों को छोड़ने का आदेश आपको किसने दिया। भाजपा के दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र के नेताओं ने इनको छोड़ने का आदेश दिया।
कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) डेटा की जांच करनी चाहिए
एनसीपी नेता ने आगे कहा कि नई दिल्ली और महाराष्ट्र के कई भाजपा नेताओं ने तीन लोगों की रिहाई के लिए एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े को फोन किया और उन्हें पिछले शनिवार (2 अक्टूबर) को देर से जाने की अनुमति दी गई।मलिक ने कहा, “उस रात एनसीबी को कॉल करने वाले लोग कौन थे और क्यों? महाराष्ट्र और मुंबई पुलिस को वानखेड़े, सचदेव, फर्नीचरवाला और गाभा के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) डेटा की जांच करनी चाहिए।”
एक भाजपा नेता और एक तथाकथित ‘निजी जासूस’ दो ‘पंचनामों’ पर हस्ताक्षर किए
एक अन्य पहलू का खुलासा करते हुए, महाराष्ट्र के मंत्री ने कहा कि एक भाजपा नेता और एक तथाकथित ‘निजी जासूस’ किरण पी. गोसावी ने ठाणे और नवी मुंबई के अलग-अलग पते देते हुए दो ‘पंचनामों’ पर हस्ताक्षर किए थे। मलिक ने पूछा, “इसके अलावा, जबकि 4 पेज का एक ‘पंचनामा’ एनसीबी के एक अधिकारी सतीश कुमार द्वारा लिखा गया था। दूसरा 9 पेज का ‘पंचनामा’ आशीष आर प्रसाद द्वारा टाइप किया गया था और एक कंप्यूटर प्रिंटआउट था, यह कैसे हुआ?”
एनसीबी ‘भाजपा की टीम बी’ बन गई है
उन्होंने बताया कि आम तौर पर, ‘पंचों’ को प्रमुख या सम्मानित व्यक्ति कहा जाता है, लेकिन इस मामले में, एनसीबी को कम से कम 2 राजनेता मिले (मनीष भानुशाली और गोसावी) बाद वाला पुणे पुलिस द्वारा वांछित है। मलिक के खुलासे पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना नेता किशोर तिवारी ने कहा कि अब तक घटनाक्रम से संकेत मिलता है कि एनसीबी ‘भाजपा की टीम बी’ बन गई है। तिवारी ने मांग की, “मैं दोहराता हूं कि महाराष्ट्र पुलिस को मीडिया की चकाचौंध में रहने और मुंद्रा पोर्ट पर नशीली दवाओं की जब्ती से ध्यान हटाने के लिए इस तरह के फर्जी ऑपरेशन करने के लिए सभी मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए समीर वानखेड़े को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

eighteen + three =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।