प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 5 अप्रैल को रविवार रात नौ बजे 9 मिनट पर दीया, मोमबत्ती या टोर्च जलाने की अपील का महाराष्ट्र के आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने आलोचना करते हुए कहा कि वह रविवार रात को दीया या मोमबत्ती नहीं जलाएंगे। एक वीडियो में राकांपा नेता ने कहा कि उम्मीद थी कि मोदी लॉकडाउन के चलते गरीबों की दुरावस्था जैसे मुद्दों के बारे में कुछ बोलेंगे लेकिन उन्होंने निराश किया।
जितेंद्र आव्हाड ने कहा, ‘‘मैं नहीं समझ पा रहा कि वह हर चीज को एक इवेंट क्यों बनाना चाहते हैं। यह कुछ नहीं बल्कि बेवकूफी और बचकाना है।’’ मंत्री ने कहा, ‘‘ मैं एलान करना चाहता हूं, मैं काम कर रहा हूं, मैं गरीबों से मिलता हूं, मैं उनकी देखभाल करता हूं, उन्हें भोजन देता हूं। मैं तेल और मोमबत्तियों पर खर्च करने के बजाय वह पैसा गरीबों को दे दूंगा। मैं अपने घर के सारे लाइट जलते हुए रखूंगा और और एक भी मोमबत्ती नहीं जलाऊंगा।’’
Present & future is already dark. Why does PM need further darkness? Will we find a solution in the light of candles?@ANI @PTI_News@PMOIndia #Narendra_Modi_ji pic.twitter.com/PcAHFqfOCR
— Dr.Jitendra Awhad (@Awhadspeaks) April 3, 2020
उन्होंने कहा कि उम्मीद थी कि मोदी लोगों को आश्वासन देंगे कि जरूरी सामानों, मास्कों, सेनेटाइजर, दवाइयों और परीक्षण किट का पर्याप्त भंडार है लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। मोदी ने अपने संबोधन में लोगों से कोरोना वायरस को हराने के वास्ते सामूहिक जज्बा दिखाने के लिए पांच अप्रैल को रात नौ बजे अपने घर की लाइट बंद कर दीये, मोमबत्तियां और मोबाइल के फ्लैशलाइट जलाने की अपील की है।