महाराष्ट्र में राकांपा के नेता जयंत पाटिल ने शुक्रवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, उन्हें अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने के बजाय यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वहां से निकालने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी चुनावों में व्यस्त है, सरकार ने कुछ भी नहीं किया है जबकि उन्होंने पांच दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय से यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वहां से निकालने के लिए अनुरोध किया था।
पीएम कार्यालय से एक सप्ताह पहले की थी मांग : पाटिल
पाटिल महाराष्ट्र की महा विकास आघाड़ी सरकार में जल संसाधन मंत्री भी हैं। उन्होंने ट्वीट किया, यूक्रेन पर रूसी हमले की आशंका के कारण उत्पन्न तनाव को देखते हुए एक सप्ताह पहले मैंने प्रधानमंत्री कार्यालय से मांग की थी कि भारतीय छात्रों को वहां से जितनी जल्दी हो सके, निकालें। लेकिन लगता है कि सत्ताधारी दल चुनाव में व्यस्त है क्योंकि युद्ध के बावजूद , वहां फंसे भारतीय छात्रों के लिए कुछ नहीं किया गया है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे दस मार्च को घोषित होंगे।
किसी विशेष घटना का नहीं किया जिक्र
राकांपा नेता ने ट्वीट किया, राजनीतिक विरोधियों के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने के बजाय, मैं आपसे (केंद्र) अपनी शक्ति का उपयोग करने और भारतीय छात्रों को यूक्रेन से निकालने का अनुरोध करता हूं।
हालांकि जयंत ने किसी भी घटना का विशेष जिक्र नहीं किया लेकिन समझा जाता है कि उनका इशारा पूर्व मंत्री अनिल देशमुख और वर्तमान मंत्री नवाब मलिक सहित महा विकास आघाड़ी सरकार के कुछ नेताओं पर केंद्रीय एजेंसियों की अलग-अलग मामलों में कार्रवाई को लेकर था।