राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (National Commission for the Protection of Child Rights) ने शिवसेना (Shiv Sena) नेता आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है। शिवसेना नेता पर ‘आरे वन बचाओ’ अभियान में कथित तौर पर बच्चों का इस्तेमाल करने का आरोप है।
एनसीपीसीआर ने मुंबई पुलिस को एक नोटिस भेजा है। नोटिस के अनुसार, उसे एक शिकायत मिली है जिसमें कहा गया है कि मुंबई जिला फुटबाल संघ के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे ने शिव सेना के युवा प्रकोष्ठ युवा सेना में, ‘आरे बचाओ’ प्रदर्शनों में और राजनीतिक अभियानों में नाबालिगों का इस्तेमाल किया है।
Aarey is a unique forest within our city. Uddhav Thackeray ji declared 808 acres of Aarey as Forest and the car shed must move out. Our human greed and lack of compassion cannot be allowed to destroy biodiversity in our city. pic.twitter.com/YNbS0ryd8d
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) July 10, 2022
उन्होंने ट्विटर का एक लिंक भी साझा किया जिसमें प्रदर्शन के दौरान बच्चे हाथ में तख्तियां लिए खड़े हैं। आयोग ने कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए आयोग आरोपी के खिलाफ तत्काल प्राथमिकी दर्ज करके मामले की जांच करने का अनुरोध करता है। इसमें कहा गया,‘‘ इस पत्र के प्राप्त होने के तीन दिन के भीतर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट, प्राथमिकी की प्रति और बच्चों के बयान आयोग को सौंपे जाएं…।’’