पटना : पूर्व मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह की 131वीं जयंती में यूपीए गठबंधन के निशाने पर केन्द्र व राज्य की एनडीए सरकार रही। गठबंधन के नेताओं ने केन्द्र सरकार पर वादाखिलाफी करने एवं राज्य सरकार पर बिहार की जनता के साथ धोखाधड़ी किये जाने की बातें कर कहा कि बीते लोकसभा चुनाव के पूर्व नरेन्द्र मोदी ने जनता से कई वायदे कर वोट लेने का काम किया। लेकिन वादा पूरा नहीं कर सके।
बीते विधानसभा के चुनाव में महागठबंधन के साथ रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ न जाने की बातें कर जनादेश प्राप्त किये थे। लेकिन सत्ता के लालच में जनादेश का अपमान कर भाजपा की गोद में जा बैठे हैं। कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्तिसिंह गोहिल ने कहा कि नरेन्द्र मोदी कहते थे कि रुपया तब कमजोर होता जब देश में प्रधानमंत्री कमजोर होता है। आज रुपया सबसे कमजोर है। यानी प्रधानमंत्री कमजोर हैं।
श्री बाबू और अनुग्रह बाबू जीवन भर जाति की राजनीति केविरोधी रहे। कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष सह कार्यक्रम संयोजक सांसद डा. अखिलेश सिंह ने भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. सीपी ठाकुर को निशाने पर लेते हुए कहा कि संसद में बिल पास कराने वाले आज धरना देने का ढोंग कर जनता को बरगलाना चाहते हैं। अगर धरना ही देना है तो वे भाजपा कार्यालय या पीएम आवास पर दें। उन्होंने कहा कि सभ्ज्ञी जगह भूमिहारों की मिसाल दी जाती है लेकिन पिछले चुनाव से भूमिहारी छोड़ भूमिहार नीतीश कुमार एवं सुशील कुमार मोदी की कहारी में लग गये हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री सह हम से. के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने श्री बाबू को भारत रत्न दिये जाने की मांग कर कहा कि केन्द्र और देश के 20 राज्यों में एनडीए की सरकार है। एनडीए के लोग समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार ने कहा कि बिहार में फिर से कांग्रेस की सरकार बनना श्री बाबू की सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
पूवर्प केन्द्रीय मंत्री डा. शकील अहमद ने कहा कि अंग्रेजों के चाटुकार रहे लोग आज सुभाष चन्द्र बोस के उत्तराधिकारी होने का दावा करते हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि बिहार का विकास कांग्रेस शासन में हुआ। समारोह को पूर्व मंत्री आलोक मेहता, विधायक विजय शंकर दूबे, बंटी चौधरी, भावना झा, अवधेश सिंह, डा. शकील अहमद, पूनम पासवान, राजेश राठौर समेत अन्य ने संबोधित किया।