कोझिकोड जिले में 9 साल का बच्चा भी निपाह वायरस से पीड़ित है जिसके इलाज के लिए सरकार ने आईसीएमआर से मोनोक्लोनल एंटीबॉडी का आर्डर दिया है। बच्चा वेंटिलेटर सपोर्ट पर है, इस बार केरल में जो निपाह संक्रमण फैला है वह बांग्लादेश का स्ट्रेन रह चुका है। इसका इंफेक्शन रेट भले ही कम है लेकिन डेथ रेट हाई है। निपाह वायरस इंसानों से इंसानों में फैलता है। केरल में सबसे पहले 2018 में निपाह इंफेक्शन फैल था उस दौरान 18 में से 17 मरीजों की मौत हो गई थी इसलिए एक बार फिर इंफेक्शन फैलने की वजह से राज्य में डर का माहौल बना हुआ है।