पटना : हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा से के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव सह बिहार विधान परिषद के सदस्य डॉ संतोष कुमार सुमन उर्फ संतोष मांझी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि लोजपा सांसद चिराग मौसम वैज्ञानिक की हैसियत से दी बीजेपी को नसीहत। चिराग पासवान का बयान उस समय है जब डालो सपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा दूसरे राह पर चल चुके हैं। उसके बावजूद सीट शेयरिंग में बीजेपी के द्वारा ढुलमुल नीति पर दिए गए उनके बयान को बीजेपी के नेताओं को एक सधे मौसम विज्ञानिक की बातों को हल्के में नहीं लिए जाने की नसीहत दी है।
डॉ संतोष मांझी ने कहा कि लोजपा प्रमुख व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान राजनीति के एक अच्छे मौसम विज्ञानिक माने जाते हैं उन्हीं के परंपरा को आगे बढ़ाते हुए लोजपा सांसद श्री चिराग पासवान ने बीजेपी की घटती जनाधार को देखते हुए अपनी पार्टी की वर्तमान स्थिति को और बेहतर करने के लिए उन्होंने एक नए विकल्प के रूप में यह बयान दिया है। जिससे यह साफ दिखाई दे रहा है कि वह वर्तमान राजनीतिक मौसम के हिसाब से बीजेपी की नैया की सवारी करने में भी वह हिचकी चा रहे हैं।
वह समझ रहे हैं कि बीजेपी की नैया पार वह डूब सकते हैं। आज वह वर्तमान पांच राज्यों के चुनाव परिणाम को देखते हुए वह इस अवसर की तलाश में है कि हम कोई और बेहतर विकल्प तैयार कर ले। श्री संतोष मांझी ने कहा कि लोजपा के नेता राजनीतिक दृष्टिकोण से सत्ता से कभी दूर नहीं रहे हैं और वह सत्ता में बने रहने के लिए ही जाने जाते हैं। इसलिए वर्तमान राजनीतिक परिवेश में लोजपा सांसद चिराग पासवान के द्वारा दिया गया यह बयान यह साफ तौर पर दर्शाता है कि बीजेपी अब कमजोर हो चुकी है।
उसका जनाधार पहले से बहुत घटा है। इसी चिंता में उन्होंने बीजेपी से सीट शेयरिंग को जल्द से जल्द सुलझा लेने की नसीहत दी कहीं रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की तरह उन्होंने फिर निर्णय ले लिया तो बीजेपी की और मुसीबत बढ़ सकती है। लोजपा बीजेपी को छोड़ सकती है आज के वर्तमान राजनीतिक परिवेश में यह हो सकता है संभव भी हो।
लोजपा नेताओं द्वारा क्या निर्णय लिया जाएगा यह तो आगे देखना है इस पर हमें कोई सी प्रकार की कोई टिप्पणी नहीं करनी है वह खुद किसी निर्णय को लेने के लिए स्वतंत्र है। डॉ संतोष मांझी ने स्पष्ट कहा कि हमारे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने स्पष्ट कह रखा है कि हमारा एक ही लक्ष्य है। महागठबंधन का केंद्र और राज्य में सरकार बने | इसके लिए हम हर विकल्प के स्वागत के लिए तैयार हैं।