कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर गुजरात सरकार ने आगामी नवरात्रि पर्व के दौरान राज्य में ‘गरबा’ कार्यक्रमों के आयोजनों पर शुक्रवार को रोक लगा दी। गौरतलब है कि नौ दिवसीय नवरात्रि का पर्व इस बार 17 अक्टूबर से शुरू हो रहा है जिसके दौरान गुजरात में बहुत उत्साह और उमंग के साथ गरबा आयोजन होते हैं जिनमें बड़ी संख्या में लोग एकत्रित होते हैं।
राज्य सरकार ने कहा कि नवरात्रि के दौरान राज्य में किसी तरह के गरबा कार्यक्रम की इजाजत नहीं दी जाएगी। उसने त्योहार के मौसम को देखते हुए कुछ दिशानिर्देश भी जारी किए हैं। मानक संचालन प्रक्रिया भी जारी की गई है जिसमें कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए नागरिकों से कोविड-19 के लिहाज से उचित व्यवहार करने पर जोर दिया गया है।
सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया कि सरकार दुर्गा मां की सामूहिक पूजा की इजाजत देगी हालांकि यह भी कहा कि इसमें शामिल होने वाले लोगों की संख्या 200 से अधिक नहीं होनी चाहिए। प्रार्थना का समय एक घंटा निर्धारित किया गया है साथ ही कहा गया है कि ऐसे आयोजन में गरबा नहीं किया जा सकेगा। इसमें कहा गया कि नवरात्रि के दौरान सामुदायिक पूजा कार्यक्रमों के लिए भी सरकारी अधिकारियों से पहले से मंजूरी लेनी होगी।
राज्य सरकार ने कहा कि नवरात्रि से लेकर दीपावली तक रावण का पुतला जलाने, रामलीला यात्रा, रैली, मेला, प्रदर्शनी के आयोजन की इजाजत भी नहीं होगी।
सरकार ने कहा कि मानक संचालन प्रक्रिया के तहत विवाह या अंत्येष्टि जैसे मौके पर सौ लोग एकत्रित हो सकते हैं। इसमें कहा गया कि किसी भी कार्यक्रम के दौरान आयोजकों को फर्श पर छह फिट की दूरी के निशान बनाने होंगे।