गोवा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार है और सूबे में पार्टी के पास अच्छा-खासा बहुमत भी है। ऐसे में प्रदेश की कानून-व्यवस्था का पूरा दायित्व मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के ऊपर है, जिसमें लगता है कि वो असफल हो रहे है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सदानंद शेत तनवड़े ने इस महीने की शुरुआत में उत्तर गोवा में लोकप्रिय कलंगुट समुद्र तट पर मृत पाई गई 19 वर्षीय लड़की की रहस्यमयी मौत की पुलिस जांच में किसी भी राजनीतिक हस्तक्षेप से इनकार किया है।
तनवड़े ने शुक्रवार को कहा, हमारी तरफ से किसी भी तरह से कोई संलिप्तता नहीं है। अगर जरूरत पड़ी तो इसकी जांच की जा सकती है। कोई दिक्कत नहीं है। किसी की ओर से कोई दबाव नहीं है। लेकिन अगर मामले की फिर से जांच की जरूरत है, तो मैंने सीएम से बात की है, उन्होंने कहा है कि वह ऐसा करेंगे।
उत्तरी गोवा के नचिनोला गांव की रहने वाली मृतका 12 अगस्त की सुबह से लापता थी और उसके पिता ने स्थानीय पुलिस थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। उसका शव अगले दिन कलंगुट समुद्र तट पर मिला था। पोस्टमार्टम में किसी भी तरह के यौन शोषण और हत्या से इनकार किया गया है और मौत का कारण डूबना बताया गया है।
लेकिन शव मिलने के कुछ दिनों बाद, उसके पिता ने गोवा पुलिस पर सही तरीके से जांच नहीं करने का आरोप लगाया था। पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने शुरू में उसे गुमशुदगी की शिकायत दर्ज नहीं करने के लिए मजबूर करने की कोशिश की, जिससे अंतत: पुलिस कार्रवाई में देरी हुई। गोवा में अगले साल चुनाव होने हैं और चुनावी सरगर्मी बढ़ने के बीच विपक्ष ने भी राज्य प्रशासन पर दबाव बढ़ा दिया है और पुलिस पर उसकी मौत की जांच को रोकने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।
तनवड़े ने शुक्रवार को कहा, हमारी तरफ से किसी भी तरह से कोई संलिप्तता नहीं है। अगर जरूरत पड़ी तो इसकी जांच की जा सकती है। कोई दिक्कत नहीं है। किसी की ओर से कोई दबाव नहीं है। लेकिन अगर मामले की फिर से जांच की जरूरत है, तो मैंने सीएम से बात की है, उन्होंने कहा है कि वह ऐसा करेंगे।
उत्तरी गोवा के नचिनोला गांव की रहने वाली मृतका 12 अगस्त की सुबह से लापता थी और उसके पिता ने स्थानीय पुलिस थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। उसका शव अगले दिन कलंगुट समुद्र तट पर मिला था। पोस्टमार्टम में किसी भी तरह के यौन शोषण और हत्या से इनकार किया गया है और मौत का कारण डूबना बताया गया है।
लेकिन शव मिलने के कुछ दिनों बाद, उसके पिता ने गोवा पुलिस पर सही तरीके से जांच नहीं करने का आरोप लगाया था। पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने शुरू में उसे गुमशुदगी की शिकायत दर्ज नहीं करने के लिए मजबूर करने की कोशिश की, जिससे अंतत: पुलिस कार्रवाई में देरी हुई। गोवा में अगले साल चुनाव होने हैं और चुनावी सरगर्मी बढ़ने के बीच विपक्ष ने भी राज्य प्रशासन पर दबाव बढ़ा दिया है और पुलिस पर उसकी मौत की जांच को रोकने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।