महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा विवाद के बाद अब एक और विवाद ने एंट्री ली है। लेकिन यह विवाद प्रदेश की सत्ता में बैठी शिवसेना और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मध्य शुरू हुआ है। राज्यसभा से सांसद और शिवसेना के दिग्गज नेता संजय राउत ने सोमवार को कहा कि राम जन्मभूमि आंदोलन में उनकी पार्टी की भूमिका के बारे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अपने नेताओं से सवाल करना चाहिए।
संजय राउत ने कही ये बात
राउत का यह बयान भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस की उस टिप्पणी पर पलटवार है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अयोध्या में बाबरी ढांचे को गिराए जाने के समय शिवसेना का कोई नेता मौजूद नहीं था। शिवसेना प्रवक्ता राउत ने दावा किया कि भाजपा और उसकी "सहयोगी"(महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की ओर इशारा करते हुए) बेरोजगारी, महंगाई और चीनी घुसपैठ जैसे मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए हनुमान चालीसा और अयोध्या जैसे विषयों को उठाने की कोशिश कर रही है।
जिनके पास जानकारी नहीं है और जो सवाल करते हैं
उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, "अगर कोई कहता है कि बाबरी मस्जिद गिराए जाने के समय शिव सैनिक कहां थे, (तो) उन्हें अपने नेता (दिवंगत) सुंदर सिंह भंडारी से सवाल करना चाहिए कि शिवसेना कहां थी। उस समय की सीबीआई रिपोर्ट की जांच करें। आईबी रिपोर्ट की जांच करें।’’ राज्यसभा सदस्य राउत ने कहा, "जिनके पास जानकारी नहीं है और जो सवाल करते हैं कि शिवसेना कहां थी, तो उन्हें इसका जवाब मिलेगा। स्थिति बदल गई है, तो इसलिए मुद्दे भी। लोग इस पर (जिन मुद्दों को उठाया जा रहा है) ध्यान नहीं देंगे।" हिंदुत्व के मुद्दे पर शिवसेना पर हमला बोलते हुए फडणवीस ने रविवार को कहा था कि जब बाबरी ढांचा गिराया गया था, वह अयोध्या में मौजूद थे। उन्होंने दावा किया था कि उस समय शिवसेना का कोई नेता मौजूद नहीं था।
मैं ऐसा नहीं करूंगा-राज ठाकरे
गौरतलब है कि इससे पहले "हिंदू जननायक" जनसभा को संबोधित करते हुए मनसे प्रमुख ने कहा था कि अगर उत्तर प्रदेश सरकार लाउडस्पीकर हटा सकती है, तो उनके चचेरे भाई उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार को ऐसा करने से क्या रोक रहा है। उन्होंने कहा, "मैं ऐसा नहीं करूंगा। मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए 3 मई की समय सीमा के बाद जो कुछ भी होता है, उसके लिए जिम्मेदार आप होंगे।" उन्होंने आगे कहा, "अगर वे (मुसलमान) अच्छी तरह से नहीं समझते हैं, तो हम उन्हें महाराष्ट्र की ताकत दिखाएंगे। सभी लाउडस्पीकर अवैध हैं। क्या यह एक संगीत कार्यक्रम है जिसमें इतने लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल किया जा रहा है?"