ऋषिकेश : श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय बादशाहीथौल, टिहरी का नया परिसर अब पंडित ललित मोहन शर्मा राजकीय स्नाकोत्तर महाविद्यालय ऋषिकेश में शुरू होगा। इस संबंध में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने अवगत कराते हुए कहा है कि पीजी कॉलेज ऋषिकेश में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय का परिसर बनाने के आदेश जारी हो गए हैं। अग्रवाल ने कहा है कि अब छात्र-छात्राओं को प्रवेश के लिए भटकना नहीं पड़ेगा, साथ ही स्थानीय लोगों को रोज़गार भी प्राप्त होगा।
इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का आभार व्यक्त किया है। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने विश्वविद्यालय के कुलपति एवं सभी शासकीय अधिकारियों का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश एवं उसके आसपास के क्षेत्रों के छात्र-छात्राओं को ऋषिकेश पीजी कॉलेज में सीट कम होने से प्रवेश नहीं मिल पा रहा था जो कि उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र-छात्राओं के भविष्य का सवाल बना हुआ था।
उक्त संबंध में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष व ऋषिकेश के स्थानीय विधायक प्रेम चंद अग्रवाल द्वारा विगत कई समय से किए जाने वाले अथक प्रयासों एवं मेहनत से संभव हो पाया है कि पीजी कॉलेज में श्रीदेव सुमन का परिसर स्थापित हो रहा है। यह भी बता दें कि इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष द्वारा कई बार मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री से वार्ता भी की गई थी। विधानसभा अध्यक्ष ने अवगत कराया कि पीजी कॉलेज को विश्वविद्यालय का परिसर बनाने की प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के साथ ही प्रशासनिक नियंत्रण भी विश्वविद्यालय को प्राप्त हो गया है।
अग्रवाल ने कहा है कि इसी सत्र से परिसर में शैक्षणिक कक्षाएं शुरू की जाएंगी। ऋषिकेश महाविद्यालय में अब रोजगार परक कोर्सेज प्रारंभ किए जाएंगे जिसमें की होटल मैनेजमेंट, हॉस्पिटैलिटी, हॉर्टिकल्चर एंड एग्रीकल्चर साथ ही टूरिज्म, वाटर स्पोर्ट्स, योगा एवं अन्य डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट कोर्स प्रारंभ किए जाएंगे। अग्रवाल ने कहा है कि परिसर में क्षेत्र की जरूरत के आधार पर कोर्स शुरू किए जाएंगे।
अग्रवाल ने बताया कि नॉन टीचिंग स्टाफ एवं विषय वाइज स्टाफ की भी समीक्षा की जाएगी एवं उसी आधार पर अतिरिक्त स्टाफ की नियुक्ति की जानी है। अग्रवाल ने कहा है कि श्रीदेव सुमन परिसर के लिए पीजी कॉलेज की 50 एकड़ जमीन पर आधारभूत ढांचा तैयार किया जाएगा जिसमें की कला संकाय, विज्ञान संकाय, वाणिज्य संकाय, कृषि संकाय एवं अन्य संकायों के साथ प्रशासनिक भवन, ऑडिटोरियम, छात्रों लिए छात्रावास, इनडोर स्टेडियम, पुस्तकालय भवन, सेमिनार हॉल, आवासीय भवन एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए आधारभूत ढांचा तैयार किया जाना है।