ओडिशा के नयागढ़ जिले में पांच साल की बच्ची के अपहरण और हत्या मामले की जांच राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी की टीम करेगी। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शुक्रवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि वह इस घटना से बेहद दुखी हैं और उनकी सरकार हमेशा कानून के अनुपालन के लिए खड़ी रहेगी।
वीडियो लिंक के जरिए विधानसभा की कार्यवाही का हिस्सा बने मुख्यमंत्री पटनायक ने सदन में शोरगुल के बीच कहा कि अगर एसआईटी जांच की जरूरत है तो राज्य सरकार इस संबंध में तुरंत आवश्यक कदम उठाएगी। जैसे ही पटनायक ने बोलना शुरु किया वैसे ही मुख्य आरोपी को बचाने में कथित भूमिका के लिए कृषि मंत्री अरुण कुमार साहू के इस्तीफे की मांग करते हुए विपक्षी बीजेपी और कांग्रेस के सदस्य लगातार नारे लगाते रहे। पटनायक ने कहा, “मैं सभी सदस्यों से सहयोग करने का अनुरोध करता हूं।”
बीजेपी सदस्यों ने घटना की सीबीआई जांच और कृषि मंत्री के इस्तीफे की मांग की, जबकि कांग्रेस विधायकों ने मंत्री को बर्खास्त करने के अलावा कोर्ट की निगरानी में एसआईटी जांच की मांग की। हालांकि राज्य सरकार ने इससे पहले 14 जुलाई को लड़की के अपहरण और हत्या की अपराध शाखा से जांच कराने की घोषणा की थी, लेकिन विपक्षी दलों ने इसे दिखावा बताकर खारिज कर दिया था।
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उन्होंने आरोप लगाया कि जब तक साहू कैबिनेट में बने रहेंगे तब तक अपराध शाखा की जांच निष्पक्ष नहीं होगी। विधानसभा में बीजेपी के नेता बीसी सेठी ने कहा, ‘विधानसभा में शांत रहने का कोई कारण नहीं है। हमने एसआईटी जांच की मांग नहीं की थी। बीजेपी की मांग सीबीआई जांच और मंत्री के इस्तीफे की थी, जो पूरी नहीं हुई।” सेठी ने कहा कि उनकी पार्टी मंत्री के इस्तीफे की मांग जारी रखेगी।
बीजेपी समर्थकों ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन भी किया और मंत्री का पुतला फूंककर उनके इस्तीफे की मांग की। चार दिन पहले विधानसभा के मुख्य द्वार के सामने लड़की के माता-पिता द्वारा केरोसीन डालकर आत्मदाह का प्रयास करने के बाद बच्ची के अपहरण और हत्या का मामला सुर्खियों में आया था। उन्होंने सार्वजनिक रूप से मंत्री पर इस मामले के मुख्य आरोपी बाबुली नायक को बचाने का आरोप लगाया था।