ओडिशा के पूरी में जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश के लिए लोगों के पास RT-PCR की नेगेटिव रिपोर्ट होना अनिवार्य है। सरकार के इन दिशानिर्देशों की आड़ में पूरी में एक फर्जी RT-PCR सर्टिफिकेट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुरी पुलिस ने जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश के लिए लोगों को फर्जी सर्टिफिकेट मुहैया कराने के आरोप में 12 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि एक पखवाड़े के भीतर शहर में इस तरह के दो मामले सिंघद्वार पुलिस थाने में और एक अन्य मामला कुंभरपाड़ा पुलिस थाने में दर्ज किए गए हैं। फर्जी आरटीपीसीआर सर्टिफिकेट दिखाकर कुछ श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर में प्रवेश की कोशिश की जानकारी के बाद जांच शुरू की गई।
पुलिस ने बताया कि सिंघद्वार पुलिस थाने ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें से दो मध्य प्रदेश के और बाकी पुरी कस्बे के हैं। एक अन्य आरोपी फरार है। वहीं कुंभरपाड़ा पुलिस थाने ने फर्जी आरटीपीसीआर सर्टिफिकेट का इस्तेमाल करने वाले एक श्रद्धालु समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।
वहीं तीसरे मामले में सिंधद्वार पुलिस थाने ने एक श्रद्धालु समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। भगवान जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश के लिए अपनी यात्रा से 96 घंटे के भीतर का कोविड-19 निगेटिव आरटीपीसीआर सर्टिफिकेट या कोरोना वैक्सीनेशन का अंतिम सर्टिफिकेट पेश करना अनिवार्य है।