प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ओडिशा में स्थिति का जायजा लेने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की, जहां तीन ट्रेनों के बीच हुई दुर्घटना में कम से कम 238 लोगों की मौत हो गई। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री बालासोर में दुर्घटनास्थल और कटक के उस अस्पताल का भी दौरा करेंगे, जहां घायलों का इलाज चल रहा है। प्रधानमंत्री द्वारा बुलाई गई बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे।
करीब 900 लोग घायल हुए
दक्षिण पूर्व रेलवे के नवीनतम अनुमानों के अनुसार, दो एक्सप्रेस ट्रेनों – बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस और शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस – और बालासोर में एक मालगाड़ी से हुई ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 238 थी। दक्षिण पूर्व रेलवे ने कहा कि लगभग 650 घायल यात्रियों को गोपालपुर, खंटापारा, बालासोर, भद्रक और सोरो के अस्पतालों में ले जाया गया है। स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर की शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक करीब 900 लोग घायल हुए हैं।
आपातकालीन इकाइयां बचाव कार्यों में लगी सात राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें, पांच ओडिशा आपदा रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ) इकाइयां और 24 अग्निशमन सेवाएं और आपातकालीन इकाइयां बचाव कार्यों में लगी हुई हैं। भारतीय वायु सेना (IAF) ने मृतकों और घायलों को निकालने के लिए Mi-17 हेलीकॉप्टर तैनात किए। पूर्वी कमान के अनुसार, IAF नागरिक प्रशासन और भारतीय रेलवे के साथ बचाव प्रयासों का समन्वय कर रहा है।
रेल सुरक्षा आयुक्त भी एक स्वतंत्र जांच करेंगे
प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार, मृतकों के परिजनों को अनुग्रह राशि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से आवंटित की जाएगी। रेलवे प्रवक्ता अमिताभ शर्मा के मुताबिक, हादसा शुक्रवार शाम करीब सात बजे हुआ। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान का जायजा लिया। उन्होंने घटना की विस्तृत उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। वैष्णव ने शनिवार को कहा कि रेल सुरक्षा आयुक्त भी एक स्वतंत्र जांच करेंगे।