कोरोना वायरस का नया वेरिएंट विश्व के कई देशों के साथ-साथ देश के भी कई राज्यों में फैल रहा है। ओडिशा में भी पहली बार ओमिक्रॉन के दो मामले सामने आए हैं। एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि दोनों संक्रमित विदेश से लौटे हैं और उनकी स्वास्थ्य स्थिति स्थिर है। राज्य के सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक निरंजन मिश्रा ने कहा कि, जीनोम अनुक्रमण के बाद हमे दो ओमिक्रॉन सकारात्मक मामले मिले है। एक व्यक्ति नाइजीरिया से लौटा, दूसरा कतर से लौटा है। दोनों ओमिक्रॉन पॉजिटिव व्यक्ति गैर-जोखिम वाले देशों से लौटे हैं और शुरू से ही वे आइसोलेशन में हैं। उन्होंने कहा कि, दोनों अब स्थिर हैं। दोनों लोगों की कांट्रेक्ट ट्रेसिंग कर ली गई है।
अन्य व्यक्तियों की किया जा रहा है परीक्षण
स्वास्थ्य निदेशक मिश्रा ने कहा कि, सकारात्मक व्यक्तियों के संपर्क में आए 21 लोगों का पता लगा लिया गया है और आरटीपीसीआर परीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि, आरटीपीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए सभी लोगों की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जाएगी। मिश्रा ने कहा कि, 21 नवंबर से हम सभी विदेशी रिटर्नकतार्ओं को निगरानी में रख रहे हैं, जिनमें गैर-जोखिम वाले देशों से लौटे लोग भी शामिल हैं। अब तक विदेशों से लगभग 8,800 लोग ओडिशा लौट चुके हैं, जिनमें से लगभग 1,600 लोग जोखिम वाले देशों से हैं। विदेश लौटने वालों में, अब तक 12 व्यक्तियों ने कोविड -19 सकारात्मक परीक्षण किया है। उन्होंने बताया कि अभी भी कुछ लोगों का पता नहीं चल पाया है।
स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है : स्वास्थ्य निदेशक
मिश्रा ने कहा कि, नए वैरिएंट की संचरण दर बहुत अधिक है। निर्देशक ने सभी लोगों को आगाह किया और टीके की दो खुराक प्राप्त करने के बाद भी सामाजिक दूरी, मास्क का उपयोग और हाथ की सफाई जैसे उचित व्यवहार का पालन करने की अपील की। हालांकि उन्होंने कहा, घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। इस बीच, ओडिशा ने मंगलवार को 146 ताजा कोविड -19 मामले दर्ज किए हैं, जिसमें सक्रिय मामले 1,792 हो गए हैं। राज्य ने वायरस के कारण एक अन्य व्यक्ति की मौत की भी पुष्टि की है। राज्य में अब तक कोविड से 8,446 लोगों की मौत हो चुकी है।