केंद्रीय मंत्री विश्वेश्वर टुडू पर दो सरकारी अधिकारियों ने मारपीट करने का आरोप लगाया है। अधिकारियों का कहना है केंद्रीय मंत्री ने कमरा बंद करके उनकी पिटाई की, जिसमें वह घायल हो गए। अधिकारियों ने केंद्रीय मंत्री के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करवाई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जलशक्ति व आदिवासी मामलों के केंद्रीय राज्यमंत्री विश्वेश्वर टुडू ने जिला योजना बोर्ड के उप निदेशक अश्विनी मलिक और सहायक निदेशक देबाशीष मोहपात्रा को मयूरभंज जिले के बारीपाड़ा स्थित पार्टी कार्यालय में एक समीक्षा बैठक के लिए बुलाया था। कहा जा रहा है कि दोनों अधिकारी सरकारी फाइल के साथ यहां नहीं आए थे, जिससे केद्रीय मंत्री नाराज हो गए।
अधिकारी देबाशीष महापात्र ने कहा कि हमने उन्हें यह समझाने की कोशिश की कि हम ऐसे समय में उनके पास फाइलें नहीं ला सकते हैं जब पंचायत चुनाव के लिए राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू है, उन्होंने गुस्सा किया और सुनने से इनकार कर दिया। उन्होंने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया और हमें कुर्सी से मारना शुरू कर दिया।
इस हमले में देबाशीष महापात्रा का हाथ टूट गया है। जबकि अश्विनी कुमार मलिक को चोटें आई है। दोनों अधिकारियों को बारीपदा के पीआरएम मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। दोनों अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने घटना की जानकारी जिलाधिकारी को दे दी है।
केंद्रीय मंत्री ने आरोपों से किया इनकार
दोनों अधिकारियों द्वारा लगाए गए आरोपों से केंद्रीय मंत्री ने इनकार करते हुए कहा कि यह गलत और आधारहीन आरोप हैं। टुडु ने दावा किया कि दोनों अधिकारी उनकी छवि खराब करने के लिए झूठे आरोप लगा रहे हैं। हालांकि, केंद्रीय मंत्री ने माना है कि उन्होंने दोनों अधिकारियों को समीक्षा बैठक के लिए बुलाया था। लेकिन उन्होंने ने यह भी कहा कि उन्होंने अधिक्रियों को चुनाव कार्यक्रम में व्यस्त होने का हवाला देते हुए बाद में आने को कहा था।