कोविड-19 के नये स्वरूप ओमीक्रोन के बढ़ते खतरे से सचेत मध्यप्रदेश सरकार द्वारा रात्रिकालीन कर्फ्यू बहाल किए जाने से राज्य में नववर्ष के जश्न को लेकर 31 दिसंबर की रात आयोजित कई वाणिज्यिक कार्यक्रम गड़बड़ा गए हैं। इससे होटल और रेस्तरां उद्योग को करीब 100 करोड़ रुपये के नुकसान की आशंका है।
नववर्ष की पार्टियों का समय घटाना पड़ा
होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन की राज्य इकाई के अध्यक्ष सुमित सूरी ने बताया, ‘‘रात्रिकालीन कर्फ्यू की बहाली के बाद 31 दिसंबर की रात के आयोजनों को लेकर हमारी तैयारियां जाहिर तौर पर प्रभावित हुई हैं। हमें ग्राहकों के लिए व्यवस्थाओं में बदलाव करते हुए नववर्ष की पार्टियों का समय घटाना पड़ा है।
31 दिसंबर की रात 500 करोड़ रुपये की कमाई होती है
उन्होंने कहा कि राज्य में नववर्ष के जश्न को लेकर 31 दिसंबर की रात होटलों और रेस्तरांओं में आयोजित कार्यक्रमों से समूचे उद्योग (आतिथ्य क्षेत्र) को आमतौर पर करीब 500 करोड़ रुपये की कमाई होती है। सूरी ने कहा, रात के कर्फ्यू के कारण हमें इस कमाई में 20 प्रतिशत यानी 100 करोड़ रुपये की कमी की आशंका है।
रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू लागू
उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की कि 31 दिसंबर की रात कर्फ्यू में ढील दी जाए ताकि होटलों के ग्राहक और इनके कर्मचारी नववर्ष के आयोजनों के बाद बिना किसी परेशानी के घर पहुंच सकें। गौरतलब है कि ओमीक्रोन के तेजी से फैलने के खतरे के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बृहस्पतिवार को घोषणा की थी कि राज्य में अब रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा।