शिवसेना सांसद संजय राउत के महाराष्ट्र की तरह गोवा में भी भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने वाले बयान के कुछ ही दिन बाद कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी कभी भी गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
कांग्रेस के प्रवक्ता त्राजानो डि मेलो ने जीएफपी अध्यक्ष एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री विजय सरदेसाई पर निशाना साधते हुए कहा कि गोवा में सत्तारूढ़ खेमे और विपक्ष को अलग करने वाली लकीरें ‘धुंधली’ होती जा रही हैं। जीएफपी गोवा में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का हिस्सा थी।
इसने प्रमोद सावंत नीत सरकार को अपने सभी तीन विधायकों का समर्थन दे रखा था। पार्टी ने अपने विधायकों को मंत्रिपद से हटाए जाने के बाद इस साल जुलाई में औपचारिक रूप से भाजपा नीत सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।
हालांकि विपक्षी दल कांग्रेस अभी भी सरदेसाई को लेकर कड़ा रुख अपनाए हुए है।
डि मेलो ने पत्रकारों से कहा, ‘सरदेसाई मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत द्वारा इस साल जुलाई में अपने दो विधायकों को मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाजवूद राजग से चिपके हुए हैं।’
गौरतलब है कि शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने शुक्रवार को गोवा के कुछ गैर-भाजपा विधायकों के साथ बैठक के बाद कहा था कि ‘आप जल्द ही गोवा में बड़ा बदलाव देखेंगे, जहां भाजपा ने अनैतिक तरीके से सरकार बना रखी है।’’
डि मेलो से जब राउत के बयान पर प्रतिक्रिया देने के लिए कहा गया तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस जीपीएफ के साथ कभी गठबंधन नहीं करेगी, जो 2017 के विधानसभा चुनावों के बाद कांग्रेस को धोखा देकर मनोहर पर्रिकर नीत भाजपा सरकार में शामिल हो गई थी।