महाराष्ट्र में मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर और गुजरात के सूरत में सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा होने के मामले में पुलिस ने विनय दुबे नाम के शख्स को हिरासत में ले लिया है। मिली जानकारी के अनुसार नवी मुंबई पुलिस ने विनय दुबे को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि विनय दुबे ‘चलो घर की ओर’ कैंपेन चला रहा था। उसने अपने फेसबुक पर शेयर किए गए पोस्ट में उसने टीम के बांद्रा में होने की बात कही थी। कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषणा करने के कुछ ही घंटे बाद बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर मुंबई में बांद्रा रेलवे स्टेशन पर और गुजरात के सूरत में सड़कों पर आ गए और मांग की कि उन्हें उनके गृह नगर ले जाने के लिए परिवहन की व्यवस्था की जाए। ये सभी प्रवासी दिहाड़ी मजदूर हैं।
हालाँकि अधिकारियों और गैर-सरकारी संगठनों ने उनके भोजन की व्यवस्था की है, लेकिन उनमें से अधिकतर पाबंदियों के चलते हो रही दिक्कतों के चलते अपने मूल स्थानों को वापस जाना चाहते हैं। पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार करीब 1000 दिहाड़ी मजदूर अपराह्न करीब तीन बजे रेलवे स्टेशन के पास मुंबई उपनगरीय क्षेत्र बांद्रा (पश्चिम) बस डिपो पर एकत्रित हो गए और सड़क पर बैठ गए। दिहाड़ी मजदूर पास के पटेल नगरी इलाके में झुग्गी बस्तियों में किराए पर रहते हैं, वे परिवहन सुविधा की व्यवस्था की मांग कर रहे हैं ताकि वे अपने मूल नगरों और गांवों को वापस जा सकें। वे मूल रूप से पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के रहने वाले हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार की सुबह राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये लागू देशव्यापी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा करते हुए कहा कि इस महामारी को परास्त करने के लिये यह जरूरी है। उन्होंने कहा कि राज्यों एवं विशेषज्ञों से चर्चा और वैश्विक स्थिति को ध्यान में रखते हुए भारत में लॉकडाउन को अब 3 मई तक और बढ़ाने का फैसला किया गया है। गौरतलब है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू 21 दिन के लॉकडाउन का वर्तमान चरण आज (14 अप्रैल को) समाप्त हो रहा है।