तमिलनाडु के चेन्नई में एक नाबालिग लड़की ने सेक्सुअल हरासमेंट से तंग आकर जान दे दी। यह लड़की चेन्नई के एक स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ाई कर रही थी। पिछले हफ्ते चेन्नई के मंगाडू स्थित उसके घर में उसका शव पंखे से लटकता पाया गया। शनिवार को उसका सुसाइड नोट मिलने के बाद पूरा मामला स्पष्ट हुआ। लड़की ने अपने सुसाइड नोट की शुरुआत में लिखा है, सेक्सुअल हरासमेंट को रोकिए। साथ ही उसने इसमें पीड़ित के मानसिक दुख का भी जिक्र किया है। लड़की ने यहां तक लिखा है कि केवल मां की कोख और कब्र ही लड़कियों के लिए सुरक्षित जगह है।जिसके बाद से नाबालिग का सुसाइड नोट वायरल हो गया है। मामले में पुलिस लगातार छानबीन कर रही है। इसके अलावा उन लोगों के घर छापेमारी कर रही है, जिन्होंने पिछले कुछ दिनों से नाबालिग को लगातार फोन कॉल किए।
साथ ही साथ उसने एक पीड़िता किस तरह की मानसिक स्थिति से गुजरना पड़ता है इसको लेकर भी लिखा। नाबालिग ने माता-पिता से अपने बेटों को समाज में लड़कियों का सम्मान करना सिखाने की भी अपील की। उसने लिखा, ‘हर माता-पिता को अपने बेटों को लड़कियों का सम्मान करना सिखाना चाहिए. रिश्तेदारों या शिक्षकों पर भरोसा न करें। मां की कोख और श्मशान ही एकमात्र सुरक्षित जगह है।’ उसने कहा कि स्कूल या किसी रिश्तेदार का घर सुरक्षित नहीं है।
असहनीय होता जा रहा था यौन उत्पीड़नः नाबालिग ने सुसाइड नोट में लिखा
रिपोर्टों में उसके परिवार के सदस्यों के हवाले से कहा है कि पीड़िता का पिछले स्कूल के किसी युवक ने उत्पीड़न किया। हालांकि स्कूल बदलने के बावजूद उत्पीड़न रुका नहीं। पुलिस ने कहना है कि मृतक के दोस्तों ने बताया है कि उसने हाल ही में उनसे दूरी बना ली थी। अपने पत्र में नाबालिग ने कहा कि यौन उत्पीड़न असहनीय होता जा रहा था और इससे वह बहुत दर्द में थी लेकिन किसी ने उसे सांत्वना नहीं दी।
मीड़िया रिपोर्ट के मुताबिक, सुसाइड नोट में उसने कहा कि वह अपनी पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पा रही थी। साथ ही साथ उसने बार-बार बुरे सपने आने और रात में नींद न आने को लेकर भी बात की। पुलिस ने मामले की जांच के लिए चार विशेष टीमों का गठन किया है। उसके मोबाइल फोन कॉल डिटेल रिकॉर्ड के आधार पर पुलिस ने उन लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है जो उसे बार-बार फोन करते थे।