देहरादून : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून में कोरोनेशन अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने डेंगू से ग्रसित मरीजों का हालचाल भी जाना। उन्होंने विपक्ष के घेरते हुए कहा कि डेंगू सरकार के घर में तो नहीं होता है। विपक्ष अनावश्यक आरोप लगा रहा है। कहा कि सबसे बड़ा मच्छर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के आसपास घूम रहा है। वो अपनी कमेटी तक तो बना नहीं पा रहे हैं। हम भी आरोप लगा सकते हैं कि विपक्ष डेंगू के मच्छर जा रहा है। वहीं आज डीजी हेल्थ के ऑफिस पर डेंगू की बढ़ती समस्या को लेकर कांग्रेस द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया।
दरअसल, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत विपक्ष के डेंगू पर हमलावर रुख को लेकर जवाब दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि डेंगू के मच्छर सरकार के घर में पैदा नहीं होते, इस तरह मैं भी आरोप लगा सकता हूं कि विपक्ष ने षड्यंत्र के तहत डेंगू मच्छर शहर में छोड़े हैं। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि विपक्ष को ऐसे आरोप नहीं लगाने चाहिए।
स्वास्थ्य विभाग को नहीं पता जिले में डेंगू के कितने मरीज : देहरादून जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या को लेकर स्वास्थ्य विभाग खुद गफलत में है। डेंगू पर स्थिति स्पष्ट करने के लिए स्वास्थ्य महानिदेशक डा. आरके पांडेय खुद सामने आए, लेकिन मरीजों की असल संख्या पर वे भी उलझ गए। जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों ने उन्हें जो संख्या बताई वह सरकारी अस्पतालों की रिपोर्ट से भी मेल नहीं खा रही है।
स्वास्थ्य महानिदेशक ने मरीजों की संख्या 852 बताई, जबकि शहर के ही तीन सरकारी अस्पतालों में यह आंकड़ा 1592 पहुंच चुका है। जबकि, ऋषिकेश के आंकड़े इसमें शामिल नहीं हैं। चूक का अहसास होने पर स्वास्थ्य महानिदेशक ने आंकड़ों को दुरुस्त करने का निर्देश दिया।