भ्रष्टाचार के कथित आरोपों पर राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील के इस्तीफे की अपनी मांग को दोहराते हुए महाराष्ट्र के विपक्षी दलों ने गुरुवार को विधायिका भवन के बाहर प्रदर्शन किया। नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने कहा, “आरोप वास्तव में बहुत गंभीर हैं और उनकी जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया जाना चाहिए।”
सदन में कांग्रेस के उपनेता नसीम खान ने कहा कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, मंत्री को चाहिए कि वह सरकार से इस्तीफा दें। कथित भूमि घोटाले में भागीदारी के आरोपों पर पाटील के इस्तीफे की मांग को लेकर विधायकों ने बाद में मंत्री और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और पूर्व वित्त मंत्री जयंत पाटील ने बुधवार को आरोप लगाया कि चंद्रकांत पाटील ने रियल्टी डेवलपर्स को फायदा पहुंचाने के लिए अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया। मंत्री के फैसलों की वजह से 2018 और 2019 में पुणे में दो भूमि सौदों में सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जयंत पाटील के आरोपों पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि सबकुछ नियमों के अनुरूप हुआ और सरकारी खजाने को कोई नुकसान नहीं हुआ।