मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हर माह की एक तारी़ख को मंत्रालय में ‘वंदे मातरम’ गाने की अनिवार्यता को फ़लिहाल अभी बंद करने का निर्णय लिया गया है। कमलनाथ ने कहा कि यह निर्णय ना किसी एजेंडे के तहत लिया गया है और ना ही हमारा ‘वंदे मातरम गान को लेकर कोई विरोध है। वंदे मातरम हमारे दिल की गहराइयों में बसा है। हम भी समय-समय पर इसका गान करते है।
उन्होंने कहा कि इसे वापस प्रारंभ करेंगे लेकिन एक अलग रूप में। उन्होंने कहा कि हमारा यह भी मानना है कि सिर्फ एक दिन वंदे मातरम गाने से किसी की देशभक्ति या राष्ट्रीयता परिलिक्षित नहीं होती है। उन्होंने कहा कि देशभक्ति व राष्ट्रीयता को सिर्फ एक दिन वंदे मातरम गान से जोड़ना गलत है। जो लोग वंदे मातरम गायन नहीं करते है तो क्या वे देशभक्त नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि राष्ट्रीयता या देशभक्ति का जुड़ाव दिल से होता है। इसे प्रदर्शित करने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी भी धर्म, राष्ट्रीयता, देशभक्ति में आस्था है। कांग्रेस पार्टी जिसने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी। उसे देशभक्ति, राष्ट्रीयता के लिये किसी से भी प्रमाणपत्र लेने की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस तरह के निर्णय वास्तविक विकास के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिये व जनता को गुमराह, भ्रमित करने के लिये थोपे जाते रहे है। भारत में रहने वाला हर नागरिक देशभक्त, राष्ट्र भक्त है। उससे किसी भी प्रकार के प्रमाणपत्र लेने की और ना उसे किसी को देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा इस पर राजनीति ना करे। हम इसे नये रूप में शीघ्र निर्णय लेकर लागू करेंगे।
भाजपा का कांग्रेस पर निशाना
पिछले करीब 13 साल से हर महीने के पहले कामकाजी दिन भोपाल स्थित मंत्रालय में राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ गाने की चली आ रही परंपरा मंगलवार को टूट गई। नए साल के पहले कार्य दिवस एक जनवरी को मंत्रालय में ‘वंदे मातरम’ नहीं गाया गया, जिस पर राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है।
विपक्षी भाजपा ने सत्ताधारी कांग्रेस की देशभक्ति पर सवाल उठाते हुए पूछा कि कांग्रेस अपने शासनकाल में प्रदेश में ‘भारत माता की जय’ बोलने पर भी तो रोक नहीं लगा देगी। भाजपा की मध्य प्रदेश इकाई के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने ट्विटर पर लिखा, ”वंदे मातरम का आयोजन सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा किया जाता था, जो कि (मुख्यमंत्री) कमलनाथ जी के पास हैं। क्या यह उनके आदेश द्वारा बंद किया गया है? उन्होंने हाल ही में कहा है कि वे किसी कार्य की आलोचना की परवाह नहीं करेंगे।”
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अग्रवाल ने आगे लिखा, ”अब क्या (मध्य प्रदेश में) ‘भारत माता की जय’ बोलने पर भी रोक तो नहीं होगी?” मध्य प्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रभांशु कमल से इस पर प्रतिक्रिया लेने की कोशिश सफल नहीं हो सकी।
वहीं, मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता ने इस घटना को ज्यादा तूल न देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ आज भोपाल में नहीं हैं और सुधि रंजन मोहंती ने मंगलवार को ही मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव का कार्यभार संभाला है, हो सकता है कि इसके चलते वंदे मातरम आज नहीं गाया गया हो। उन्होंने कहा, ”भाजपा इस बात का बतंगड़ क्यों बना रही है? यदि यह आज नहीं गाया गया है, तो यह कल या बाद में गाया जाएगा। इसे गलत नजरिये से न देखा जाए।”