जाधवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के खिलाफ विरोध किया। छात्रों राज्यपाल को काले झंडे भी दिखाए। जिसके बाद वह वापस लौट गए। राज्यपाल जगदीप वार्षिक दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए आये थे, तभी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर छात्रों ने घेर लिया और काले झंडे दिखाए। राज्यपाल द्वारा सीएए के समर्थन में सार्वजनिक तौर पर दिए गए बयान पर भी छात्रों ने विरोध जताया।
वापस जाने से पहले उन्होंने कहा कि एक चांसलर और राज्यपाल के तौर पर यह मेरे लिए पीड़ादायक क्षण है। राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। सरकार ने शिक्षा को बंदी बना लिया है। राज्यपाल को जाधवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों को संबोधित करने और सार्वजनिक जीवन से जुड़ी हस्तियों को मानद उपाधि देने के लिए आमंत्रित किया गया था।
The number of those obstructing is only around fifty. System being held hostage and those enjoined with the task are oblivious of their obligations. A collapse that can only lead to unwholesome consequences. Rule of law is no where in sight. As constitutional head concerned.
— Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) December 24, 2019
विरोध के बीच राज्यपाल ने ट्वीट कर लिखा, ‘जाधवपुर विश्वविद्यालय में हूं ताकि छात्रों को अपनी मेहनत का फल मिल सके और वह समाज में अपना योगदान दे सकें। दुर्भाग्य से विश्वविद्यालय के अंदर मौजूद कार्यक्रम स्थल का रास्ता बंद है। अस्वाभाविक। कार्रवाई के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। चिंतापूर्ण परिस्थिति है।’
उन्होंने कहा, ‘रास्ता रोकने वालों की संख्या केवल पचास के आसपास है। सिस्टम को बंधक बना लिया गया है और कार्य से जुड़े लोग अपने दायित्वों से बेखबर हैं। यह एक तरह का पतन है जो केवल अनचाहे परिणामों को जन्म दे सकता है। यहां कानून के नियम कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं। यह संवैधानिक प्रमुख से संबंधित है।’ राज्यपाल धनखड़ ने आगे लिखा, ‘ऐसी परिस्थितियों में मीडिया को लोक कल्याण पर भी ध्यान देने और यह संकेत देने की आवश्यकता है कि छात्र हितों को खतरे में नहीं डाला जा सकता है।’