गोवा आरएसएस के पूर्व प्रमुख सुभाष वेलिंगकर ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए मुख्यमंत्री पद छोड़ देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि गोवा बीजेपी को एक दफा लगता था कि पर्रिकर जैसे ''करिश्माई'' नेता को देश का प्रधानमंत्री बनना चाहिए।
पर्रिकर के एक समय बडे़ समर्थक रहे वेलिंगकर बीजेपी नेतृत्व वाली राज्य सरकार के अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को अनुदान देने के फैसले के बाद उनसे खफा हो गए थे। 2016 में उन्होंने अपनी पार्टी 'गोवा सुरक्षा मंच' (जीएसएम) का गठन किया था। सुभाष वेलिंगकर ने कहा, ''अगर मैं इन परिस्थितियों में उनके साथ होता, तो मैं उन्हें सेवानिवृत होने की सलाह देता। स्वास्थ्य सबसे पहले है।''
अग्नाशय की बीमारी से जूझ रहे पर्रिकर (63) अपने निजी आवास पर स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं। सुभाष वेलिंगकर ने कहा, ''गोवा के लिए उनका स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है। पर्रिकर एक करिश्माई नेता है, वह एक अच्छे नेता हैं।'' उन्होंने कहा, ''हमें लगता था कि उन्हें केन्द्र मैं होना चाहिए। गोवा उनके लिए छोटी जगह है। हम चाहते थे कि वह संसद जाएं। वह उनके लिए सही स्थान है। यह हमारी राय है। लेकिन उनकी इसमें रुचि नहीं थी…यह 2006-2008 की बात है।''