बीजू जनता दल (बीजद) अध्यक्ष नवीन पटनायक ने 20 जुलाई को पटकुरा विधानसभा सीट पर होने वाले चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने का काम सात मंत्रियों और 18 विधायकों को सौंपा है। मुख्यमंत्री के लिए इस चुनाव में जीत उनकी नाक का सवाल है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को अपने आवास पर पार्टी नेताओं के साथ बैठक की और भाजपा में शामिल हुए अपने पुराने दोस्त बिजॉय महापात्र की हार सुनिश्चित करने के लिए उक्त फैसला लिया। उनके खिलाफ बीजद ने साबित्री अग्रवाल को मैदान में उतारा है।
साबित्री अग्रवाल पटकुरा से विधायक रहे दिवंगत प्रकाश अग्रवाल की पत्नी हैं। अग्रवाल की 20 अप्रैल को मृत्यु होने के कारण ही सीट पर 29 अप्रैल को होने वाल मतदान टल गया था। उसके बाद चुनाव आयोग ने 19 मई को मतदान कराने का फैसला लिया था, लेकिन चक्रवात फोनी के कारण ऐसा नहीं हो सका। पार्टी सूत्रों ने बताया कि पटनायक के लिए पटकुरा चुनाव ‘प्रतिष्ठा का विषय’ बन गया है। उन्होंने बीजद के सभी वरिष्ठ नेताओं से कहा है कि वे सभी 51 ग्राम पंचायतों में जमकर काम करें और अग्रवाल की जीत सुनिश्चित करें।
उन्होंने विधायकों से कहा कि वे विधानसभा क्षेत्र में मंत्रियों की निगरानी में खूब काम करें। सूत्रों ने बताया कि जिन मंत्रियों को यह जिम्मेदारी सौंपी गयी है, वे हैं…. प्रफुल्ल मलिक, रणेंद्र प्रताप स्वैन, अरुण कुमार साहू, सुशांत कुमार सिंह, समीर रंजन दास, रघुनंदन दास और दिव्य शंकर मिश्र। बीजद के संस्थापक सदस्य रहे महापात्र ने पटकुरा सीट से टिकट नहीं मिलने पर साल 2000 में पार्टी छोड़ दी थी। वह चार बार सीट से विधायक रह चुके थे।
हालांकि, पार्टी छोड़ने के बाद वह 2004, 2009 और 2014 में पटकुरा सीट से चुनाव हार गए क्योंकि हर बार पटनायक ने अपनी पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में जोर लगा दिया था। अग्रवाल के बेटे संजय अग्रवाल का कहना है कि जनता नवीन पटनायक से प्यार करती है और बीजद उम्मीदवार के समक्ष कोई चुनौती नहीं है। मेरी मां साबित्री अग्रवाल पक्का जीतेंगी।