पटना : वैश्य समाज छोटी-मोटी दुकान करके अपना जीविका चलाते हैं जो उससे ऊपर वाला वैश्य समाज है वह कारखाना लगाकर लोगों को रोजगार देते हैं। यह समाज गांधी के विचारों पर चलकर देश और बिहार को आगे ले जाना चाहते हैं मगर उन्हें गोली का शिकार होना पड़ता है। वहीं वैश्यों के प्रति सरकार और प्रशासन केवल सांत्वना देना चाहता है। इसलिए वैश्य और बनिया समाज को लड़ाकू बनकर आत्म सुरक्षा के साथ-साथ देश की सुरक्षा में भागीदारी निभाना चाहिए। ये बातें आज पूर्व डीजीपी अशोक कुमार गुप्ता और आशा गुप्ता संयुक्त प्रेसवार्ता में कही।
उन्होंने कहा कि पिछले दिन रौनियार वैश्य समाज का सम्मेलन किये थे बिहार से काफी रौनियार इस सम्मेलन में आये थे। जब हम अपने पद पर थे तब उस समय भी पिछड़ों, दलित, गरीब-गुरबा की सेवा करने में तत्पर रहते थे। नौकरी में रहते हुए भी हमने सामाजिकता के लिए अनेकों काम किये। कारोबारी, व्यापारी की सुरक्षा, किसानों की समस्या और जनमानस की समस्याओं को लेकर उनके हक-हकूक की लड़ाई लड़ी। श्री गुप्ता ने कहा कि दलदली रोड में पुरूषोत्तम गुप्ता, गुंजन खेमका के हत्यरों को पुलिस अभी तक नहीं पकड़ सकी और केवल खानापूर्ति करने में जुटी वहीं पुलिस अपराधियों से कोसो दूर है। पटना लोकसभा क्षेत्र से राजनीतिक दल अगर हमें टिकट दे तो ठीक नहीं तो निर्दलीय से चुनाव लड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि सेना का पराक्रम पर राजनीतिकरण न हीं किया जाये। सेना देश की सुरक्षा के लिए सर्वोपरि है। हमलोग दिनरात आराम से सोते हैं और सेना चौबिसों घंटा जागकर हमारा सुरक्षा कर रहे हैं यह छोटी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि पटना लोकसभा क्षेत्र में घर-घर जाकर चुनावी अभियान शुरू कर दिय हैं। लोगों का मन है कि हमारे जैसे सामाजिक व्यक्ति को भी संसद में जाना चाहिए। इस मौके पर राजनाथ गुप्ता भी उपस्थित थे।