पात्रा चॉल भूमि घोटाला (Patra Chawl land scam) मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) को बड़ा झटका लगा है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद संजय राउत की न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए बढ़ा दी गई है। कोर्ट के निर्देश के बाद ईडी के अधिकारियों ने संजय राउत को चार्जशीट की कॉपी सौंपी दी।
इससे पहले बीते शुक्रवार (16 सितंबर) को ईडी ने मुंबई की विशेष पीएमएलए कोर्ट में शिवसेना सांसद की जमानत अर्जी पर जवाब दाखिल किया। जिसमें जांच एजेंसी ने जमानत याचिका का विरोध करते हुए दावा किया था कि पात्रा चॉल पुन:विकास परियोजना से जुड़े धन शोधन में नेता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और ‘पर्दे के पीछे’ रह काम किया है।
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संजय राउत ने 7 सितंबर को विशेष अदालत में जमानत अर्जी दाखिल की थी। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेहद करीबी माने जानें वाले 60 वर्षीय संजय राउत को उपनगर गोरेगांव में पात्रा चॉल के पुनर्विकास में कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में एक अगस्त को गिरफ्तार किया गया था।
शिवसेना नेता इस समय न्यायिक हिरासत के तहत जेल में बंद हैं। ईडी का दावा है कि राज्यसभा सदस्य को इस अपराध से दो करोड़ रुपये से अधिक का लाभ हुआ। केंद्रीय एजेंसी ने यह भी दावा किया है कि छापेमारी के दौरान मिले दस्तावेजों से पता चलता है कि पड़ोसी रायगढ़ जिले के अलीबाग में संपत्ति खरीदने में राउत ने बड़े पैमाने पर नकदी का इस्तेमाल किया है।