कोटद्वार : उत्तराखंड में युवक द्वारा छात्रा को जिंदा जलाने की हुई खौफनाक घटना के बाद से छात्राओं में उबाल बना हुआ है। लोगों ने पौड़ी में हंगामा करते हुए आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग की है। युवाओं ने सुबह जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। छात्र युवा आरोपी को फांसी की मांग कर रहे हैं।
लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए लोगों ने शहर में जाम लगा दिया। छात्राओं का कहना है कि पुलिस प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए। आरोपी को अगर कोई सजा मिलनी चाहिए तो वो सिर्फ फांसी की हो। जेल भेजने से छात्रा को इंसाफ नहीं मिलेगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार अपराह करीब तीन बजे पौड़ी जिले की कफोलस्यूं पट्टी में यह लोमहर्षक घटना हुई।
तहसीलदार सदर एचएम खंडूड़ी व कोतवाल पौड़ी मनोज रतूड़ी ने घटना की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि बीएससी द्वितीय वर्ष की एक छात्रा बेणु गोपाल रेड्डी महाविद्यालय से प्रयोगात्मक परीक्षा देकर अपनी स्कूटी से घर लौट रही थी। इस बीच गहड़ गांव का शादीशुदा युवक मनोज सिंह उसका पीछा करते हुए भीमली तक आ पहुंचा।
उसने युवती का रास्ता रोककर उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की। विरोध करने पर उसने छात्रा पर पेट्रोल छिड़कर कर उसे आग के हवाले कर दिया। इसके बाद वह भाग खड़ा हुआ। सुनसान इलाका होने के चलते छात्रा की चीख-पुकार किसी ने नहीं सुनी। इसी दरम्यान वहां से गुजर रहे एक ग्रामीण ने पौड़ी कोतवाली पुलिस को सड़क किनारे एक छात्रा के झुलसी अवस्था में पड़े होने की सूचना दी।
आपातकालीन सेवा 108 की मदद से छात्रा को जिला चिकित्सालय पौड़ी लाया गया। यहां प्राथमिक उपचार देने के बाद उसे श्रीनगर मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में उसका उपचार करने वाले डा. बीपी मौर्य और डा. पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि छात्रा का शरीर लगभग 70 प्रतिशत झुलसा हुआ है।
प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपित युवक तीन-चार दिनों से छात्रा को परेशान कर रहा था। छात्रा ने अपने परिजनों को यह बात बताई थी, लेकिन उन्होंने पुलिस से इसकी शिकायत नहीं की थी।