प्रधानमंत्री मोदी ने असम में एक नई रेलवे लाइन सहित कई नई रेल परियोजनाओं की घोषणा की। उन्होंने राज्य में मेथनॉल संयंत्र खोलने की भी घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को पूर्वोत्तर में कई रेल परियोजनाओं और एक मेथनॉल संयंत्र की शुरुआत की और ब्रह्मपुत्र नदी पर एक पुल की आधारशिला रखी। मोदी ने गुवाहाटी में इंदिरा गांधी एथलेटिक स्टेडियम से ऑनलाइन तरीके से अन्य परियोजनाओं के साथ-साथ पांच रेल परियोजनाओं का उद्घाटन किया। जिन रेल परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया, उनमें दिगारू-लुमडिंग खंड; गौरीपुर – अभयपुरी खंड; न्यू बोंगाईगांव और धूप धारा खंड के बीच दोहरीकरण शामिल हैं। मोदी ने रानीनगर जलपाईगुड़ी-गुवाहाटी खंड का विद्युतीकरण; सेंचोआ-सिलघाट टाउन और सेंचोआ-मैराबाड़ी खंड के विद्युतीकरण की भी शुरुआत की। इन परियोजनाओं की कुल लागत 7,300 करोड़ रुपये है।
पर्यावरण और अन्य मंजूरी मिल चुकी है
प्रधानमंत्री ने ब्रह्मपुत्र नदी पर पलासबाड़ी-सुआलकुची पुल की आधारशिला भी रखी। इसका निर्माण अगले तीन-चार वर्षों में 3,200 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। निर्माण कार्य शुरू करने के लिए राज्य सरकार को पहले ही विभिन्न एजेंसियों से पर्यावरण और अन्य मंजूरी मिल चुकी है। मोदी ने डिब्रूगढ़ के नामरूप में असम पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (एपीएल) द्वारा 500 टन प्रति दिन (टीपीडी) क्षमता वाले एक मेथनॉल संयंत्र की भी शुरुआत की, जिसका निर्माण 1,709 करोड़ रुपये के निवेश से किया गया है। इस संयंत्र में असम सरकार की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है और 49 प्रतिशत हिस्सेदारी ऑयल इंडिया की है। संयंत्र शुरुआत होने के बाद एपीएल दूसरे राज्यों को मेथनॉल बेचने के साथ-साथ पड़ोसी देशों को निर्यात भी कर सकेगी।
प्रदर्शित करने के उद्देश्य से किया गया था
मोदी द्वारा शुरू की गई चौथी परियोजना में शिवसागर में 18वीं शताब्दी में अहोम राजा प्रमत्त सिंह द्वारा निर्मित ‘रंग घर’ का 124 करोड़ रुपये की लागत से सौंदर्यीकरण कार्य शामिल है। प्रधानमंत्री ने बिहू नृत्य भी देखा, जिसका आयोजन असम के बिहू नृत्य को असमिया लोगों की सांस्कृतिक पहचान और जीवन के शुभंकर के रूप में विश्व स्तर पर प्रदर्शित करने के उद्देश्य से किया गया था। इस कार्यक्रम में एक ही स्थान पर 11,000 से अधिक नर्तक ढोल वादक शामिल हुए।