प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को प्रवासी जीवों के संरक्षण पर संयुक्त राष्ट्र के सम्मेलन (सीएमएस) के सदस्य देशों की 13वीं बैठक के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, जन भागीदारी के साथ हरित अर्थव्यवस्था के प्रोत्साहन में भारत दुनिया का नेतृत्व करेगा जिसमें पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षण भी शामिल है।
गांधीनगर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने वर्ष 2022 तक दो महत्वपूर्ण नीतियां बनाने की घोषणा की। इसमें एक समुद्री कछुए के संबंध में और दूसरी सामुद्रिक प्रबंधन को मजबूत करने संबंधी नीति होगी। उन्होंने कहा, भारत दुनिया के सबसे विविध देशों में से एक है। दुनिया के 2.4 प्रतिशत भूमि क्षेत्र के साथ, यह ज्ञात वैश्विक जैव विविधता का लगभग 8 प्रतिशत योगदान देता है।
प्रधानमंत्री ने कहा, भारत संरक्षण, टिकाऊ जीवन शैली और हरित विकास मॉडल के मूल्यों के आधार पर क्लाइमेट एक्शन का चैंपियन रहा है। वर्तमान में भारत में लगभग 2970 बाघों की आबादी है। भारत ने 2022 की प्रतिबद्ध तारीख से दो साल पहले बाघों की संख्या को दोगुना करने का अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है।
भारत उन चुनिंदा देशों में से एक है जो तापमान में वृद्धि को दो डिग्री सेल्सियस से नीचे रखने के पेरिस समझौते के लक्ष्य को पाने की दिशा में कदम उठा रहे हैं। इस मौके पर भारत को सीएमएस के सदस्य देशों की बैठक सीओपी की अध्यक्षता भी सौंपी गयी। भारत अगली 14वीं सीओपी की बैठक तक इसका अध्यक्ष रहेगा जो 2023 की अंतिम तिमाही में होनी है। इस मौके पर डाक विभाग द्वारा एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया गया।