प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज असम दौरे पर हैं। ‘शांति, एकता और विकास रैली’ में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री कार्बी आंगलोंग जिले के दीफू पहुंचे हैं। असम में उन्होंने सात नए कैंसर अस्पताल का उद्घाटन किया। वहीं कार्बी आंगलोंग में प्रधानमंत्री ने मांजा पशु चिकित्सा महाविद्यालय, वेस्ट कार्बी आंगलोंग कृषि महाविद्यालय, अम्पानी वेस्ट कार्बी आंगलोंग गवर्नमेंट कॉलेज सहित कई योजनाओं की आधारशिला रखी।
‘शांति, एकता और विकास रैली’ को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये सुखद संयोग है कि आज जब देश आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, तब हम इस धरती के महान सपूत लचित बोरफुकान की 400वीं जन्मजयंति भी मना रहे हैं। उनका जीवन राष्ट्रभक्ति और राष्ट्रशक्ति की प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि कार्बी आंगलोंग से देश के इस महान नायक को मैं नमन करता हूं।
बोडो समझौते ने खोले स्थायी शांति के लिए नए दरवाजे
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन राज्यों में डबल इंजन की सरकार है, वहां सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना से काम होते हैं। पिछले साल कार्बी आंगलोंग के कई संगठन शांति और विकास के संकल्प में शामिल हुए थे। बोडो समझौते ने 2020 में स्थायी शांति के लिए नए दरवाजे खोले।
उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में हिंसा, अराजकता का समाधान किया जा रहा है, कभी इस क्षेत्र की चर्चा होती थी तो बम और गोलियों की आवाज़ सुनाई देती थी। बीते 8 साल में नॉर्थ-ईस्ट में हिंसा की घटना में 75% की कमी आई है। यही कारण है कि पहले त्रिपुरा और फिर मेघालय से AFSPA को हटाया गया। स्थितियों में सुधार न होने के कारण पहले की सरकारें इसे बार-बार आगे बढ़ा रही थी। आज असम के 23 ज़िलों से AFSPA हटा दिया गया है।
असम व नॉर्थ-ईस्ट में लौट रही है शांति
प्रधानमंत्री ने कहा, असम व नॉर्थ-ईस्ट में सरकार और समाज के सामुहिक प्रयास से शांति लौट रही है, वैसे ही पुराने नियम में बदलाव किए जा रहे हैं। नॉर्थ-ईस्ट के अनेक राज्यों में AFSPA लंबे समय तक था, पिछले 8 साल में स्थाई शांति और बेहतर कानून व्यवस्था के कारण AFSPA को कई क्षेत्रों से हटाया गया।
पीएम ने आगे कहा, आज असम में भी 2600 से अधिक अमृत सरोवर बनाने का काम शुरु हो रहा है। सरोवरों का निर्माण पूरी तरह से जनभागीदारी पर आधारित है। ऐसे सरोवरों की तो जनजातीय समाज में एक समृद्ध परंपरा रही है। इससे गांवों में पानी के भंडार तो बनेंगे ही, इसके साथ-साथ ये कमाई के भी स्रोत बनेंगे।