उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नवंबर में चुनाव अभियान शुरू करने की संभावना है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीएम आगामी 20 नवंबर के आसपास रैली को संबोधित कर सकते हैं, हालांकि तारीख अभी तय नहीं हुई है, लेकिन मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, उत्तराखंड भाजपा की प्रदेश इकाई ने पीएम मोदी को 5 संसदीय क्षेत्रों में से कम से कम 5 रैलियों का प्रस्ताव रखा है।
दरअसल, उत्तराखंड बीजेपी इकाई ने आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीजेपी नेता ने बताया कि 2 रिपोर्टें होंगी, एक प्रदेश द्वारा दी जाएगी और दूसरा केंद्र द्वारा सर्वे करके दी जाएगी। बीजेपी संगठन द्वारा COVID-19 महामारी के दौरान सामाजिक कार्य जैसे कार्य दिए गए और ‘सेवा ही संगठन’ अभियान के तहत किए गए कार्यों पर भी विचार किया जाएगा।
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी मैदान में उतरी
गौरतलब है कि उत्तराखंड विधानसभा के 70 सदस्यों का चुनाव करने के लिए प्रदेश में अगले साल फरवरी में मतदान होना है। साल 2017 में चुनी गई वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 23 मार्च, 2022 को खत्म हो जाएगा। पिछले राज्य विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने जीत दर्ज की थी वहीं कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन इस बार भी बीजेपी जीत दर्ज करने के लिए चुनावी मैदान में उतर गई है। पर देखा अब यह है की क्या बीजेपी पिछली बार की तरह इस बार भी जीत दर्ज कर पाएगी ?
निर्दलीय विधायक राम सिंह ने थामा बीजेपी का हाथ
बता दें कि प्रदेश की भीमताल विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक राम सिंह कैरा ने बीते शुक्रवार को BJP में शामिल हो गए। वह दिल्ली के BJP मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के साथ उत्तराखंड राज्य प्रभारी और राज्यसभा सदस्य दुष्यंत गौतम, उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी की मौजूदगी में BJP में शामिल हुए। उनके साथ ओखलकांडा प्रखंड प्रमुख और उनकी पत्नी कमलेश कायरा भी शामिल हो गए। इस दौरान राम सिंह कैरा ने कहा कि वह पार्टी की विरासत का पालन करेंगे और एक विधायक होने के नाते पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं और नेताओं का सम्मान करेंगे इससे पहले कायरा ने विधानसभा से विधायक के तौर पर कांग्रेस की सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा और इस सीट पर जीत दर्ज की।