केरल के मुख्यमंत्री और वामपंथी नेता पिनाराई विजयन ने प्रधानमंत्री कार्यालय से मिलने के लिए वक्त मांगा था, लेकिन पीएमओ ने उन्हें वक्त देने से मना कर दिया है। केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री पहले भी मुलाकात का अनुरोध ठुकरा चुके हैं।
केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, पिछले तीन सालों में यह लगातार चौथी बार है जब केरल के मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री कार्यालय से अपॉइंटमेंट नहीं मिला। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री विजयन ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगा था। यह प्रतिनिधिमंडल पीएम के साथ राशन आवंटन में अनियमितता के मुद्दे पर चर्चा करना चाहता है।
बताया जा रहा है कि केरल सीएम और ऑल पार्टी डेलिगेशन द्वारा अपॉइंटमेंट मांगे जाने पर पीएमओ का जवाब आया कि यदि आवश्यक हो तो खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान से मिल सकते हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के शीर्ष अफसरों ने बताया कि 16 जून को पीएमओ ने प्रधानमंत्री से मुलाकात संबंधी अनुरोध को ठुकरा दिया था।
इससे पहले 20 मार्च 2017 को सीएमओ ने केरल के लिए आवंटित बजट के मुद्दे पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री से मुलाकात के लिए वक्त मांगा था। 24 नवंबर 2016 को भी विमुद्रीकरण पर बातचीत करने के सिलसिले में प्रधानमंत्री से अनुरोध किया गया, लेकिन पहले की तरह ही पीएम ने मिलने से इनकार कर दिया।
बता दें कि पिनाराई विजयन उन चार मुख्यमंत्रियों में से एक थे जिन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी से उस वक्त मुलाकात की थी जब वह एलजी ऑफिस में धरने पर बैठे हुए थे। इसी के साथ उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर दिल्ली में चल रहे गतिरोध में हस्तक्षेप करने की मांग की थी।
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