धनबाद (झारखंड) : नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार की अध्यक्षता में आयोग की एक उच्च-अधिकारप्राप्त टीम ने मंगलवार को यहां भारत कोकिंग कोल लिमिटेड की भूमिगत खदानों का निरीक्षण किया और आग से प्रभावित कोयला क्षेत्र में रहने वाले निवासियों के जल्दी पुनर्वास पर जोर दिया।
कुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा कि टीम झरिया में पुनर्वास की धीमी गति के कारणों को जानना चाहती है। इसके अलावा वह कोयला उत्पादन बढ़ाने की संभावनाओं पर भी गौर कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें इस्पात क्षेत्र की आवश्यकता को पूरा करने और विदेशों पर निर्भरता खत्म करने के लिए कोयले का उत्पादन बढ़ाना होगा। इसमें कोई शक नहीं कि झरिया बेल्ट ने खनन को प्रभावित किया है लेकिन हमें आग पर काबू पा कर उत्पादन बढ़ाना होगा।’’
आयोग के उपाध्यक्ष ने आग से प्रभावित क्षेत्र में रहने वाले परिवारों से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि उन्होंने निवासियों से बात करने की कोशिश की कि वे सुरक्षित क्षेत्रों में जाने में क्यों देर कर रहे हैं।
जब उनसे कहा गया कि बीसीसीएल से जुड़ी आउटसोर्सिंग कंपनियां श्रमिकों को न्यूनतम मजदूरी का भुगतान नहीं करती, तो कुमार ने कहा कि वह इसकी जानकारी रिपोर्ट सरकार को देंगे।