पटना : 2019 के लोकसभा चुनाव में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने हेतु केन्द्रीय निर्वाचन आयोग ने कमर कस लिया है। इसके लिए दो दिवसीय अधिकारियों एवं राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों एवं प्रवत्र्तनअधिकारियों के बीच गहन समीक्षा बैठक भी की गयी। ये बातें केन्द्रीय मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने लेमनट्री होटल में प्रेसवार्ता में कही। उन्होंने कहा कि कई राजनीतिक दलों के नेता, जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी एवं एसएसपी के साथ मैराथन बैठक में आये सुझावों को गंभीरता से देखते हुए राज्य में निष्पक्ष एवं स्वच्छ मतदाता अपने मताधिकार केन्द्रों पर सुरक्षित मतदान करने हेतु कृत-संकल्पित हैं। उन्होंने कहा कि मतदान केन्द्रों पर अपराधिक मामले पर त्वरित कार्रवाई करने के लिए जिलानिर्वाचन पदाधिकारी एवं एसएसपी के निगरानी में जिम्मेवारी सौंपी गयी है।
राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाने के बाद कड़ाई से पालन किया जायेगा। उसमें बाधा पहुंचाने वालों पर आयोग सख्त से सख्त कार्रवाईकरेगी। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि केन्द्रीय निर्वाचन आयोग ने उम्मीदवारों के खर्चे पर निगरानी रख रही है। चुनाव में धन-बल एवं बाहुबल को देखते हुए हर हाल में रोक कर निष्पक्ष चुनाव करायी जायेगी। इसमें कोताहीबरतने वाले पदाधिकारियों को बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्य सचिव, डीजीपी एवं गृह सचिव से बिन्दुबार वार्ता हुई है, जिसे आयोग ने संज्ञान में लिय है और यह कहा गया है कि हर हाल में चुनाव से पहले तीन वर्ष से अधिक समय से जमे अधिकारियों का तबादला करने की सूची भेजा जाये। आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले अधिकारियों की सूची भेजा जाये ताकि उनको चुनाव कार्य से अलग रखा जा सके।
चुनाव में कई दलों ने ईवीएम मशीन हटाकर बैलेट पेपर से चुनाव कराने का सुझाव दिया है। लेकिन भारत निर्वाचन आयोग का चुनावी इतिहास रहा है कि स्वच्छ एवं निष्पक्ष चुनाव कराने में सफल रहा है। पिछले पांच राज्यों के चुनाव में 1,76000 मतदान केन्द्र थे उसमें मात्र छह मतदान केन्द्रों पर शिकायतें मिली थी। हमारा प्रयास होगा कि इस लोकतंत्र के महापर्व में शून्य शिकायतें की ओर बढ़ेंगे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि आयोग फेंक न्यूज सोशल मीडिया पर गंभीरता से निगरानी रखी जायेगी।
ऐसे सख्श पर प्राथमिकी दर्ज कराकर सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी। पूरे मतदान केन्द्रों पर ईवीएम में वीवी पैट की सुविधा दी गयी है। ईवीएम में वीवी पैट के माध्यम से मतदाता अपने चहेते पार्टियों को मतदान करते समय अपने उम्मीदवारों के चुनाव चिन्ह को देख सकेंगे। वीवी पैट उच्च लेवल के आईटी विज्ञानिकों द्वारातैयार किया गया है। राजनीतिक दलों से अपेक्षा है कि वे ईबीएम मशीन को एक फुटबॉल नहीं बना दे। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों ने मांग पर कार्रवाई करते हुए कमजोर वर्ग के लोगो को सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था पर ध्यान रखते हुए उनको मतदान सुनिश्चित करायी जायेगी। मोबाइल बूथ एवं सीसी टीवी कैमरा लगाये जाने का सुझाव आया है। इस पर भी विचार किया जायेगा।