महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। लाउडस्पीकर पर सियासत इन दिनों काफी गरमाई हुई है। शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर संबंधी दिशा निर्देशों का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है और कोई भी उनकी पार्टी को हिंदुत्व ना सिखाए। भारतीय जनता पार्टी (BJP) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) का नाम लिए बिना राउत ने संवाददाताओं से कहा कि लोग उन लोगों पर गौर नहीं करते, जो 'छद्म हिंदुत्ववादियों' के समर्थन से शिवसेना के खिलाफ साजिश रचते हैं।
महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर संबंधी नियमों का उल्लंघन नहीं हो रहा
ज्ञात हो कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने एक दिन पहले ही अजान के लिए लाउडस्पीकर का उपयोग किए जाने के विरोध में लोगों से हनुमान चालीसा का पाठ करने का आह्वान किया था। राउत ने कहा, ''महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर संबंधी नियमों का उल्लंघन नहीं हो रहा है। राज्य, उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों का पालन कर रहा है। अगर कोई कानून का उल्लंघन करता है, तो सरकार उससे निपटने में सक्षम है। '' राउत ने कहा, ''स्थिति उस स्तर तक नहीं पहुंची है, जहां मुंबई या महाराष्ट्र में (लाउडस्पीकर के मुद्दे पर) एक आंदोलन की जरूरत हो। सभी मस्जिदों ने लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर अनुमति ली है।''
आज के दिन को काला दिन कह सकते है
मनसे के कंधे पर बंदूक रख बीजेपी ने आज हिंदुत्व का गला घोटा है। महाराष्ट्र के कई मंदिरो में इसमें शिरडी, त्र्यंबकेश्वर जैसे मंदिर शामिल है इसमें सुबह पांच बजे की आरती नहीं हो सकी। खुफिया विभाग की रिपोर्ट से जो जानकारी सामने आयी है उसके मुताबिक़ मैंने यह जानकारी दी है। CM दफ़्तर पर सुबह कई फ़ोन और ईमेल के ज़रिए कई लोगों ने मंदिरों पर सुबह होने वाली आरती बंद करने पर नाराज़गी जतायी है। आज के दिन को काला दिन कह सकते है।
हम अब भी उनके सिद्धांतों पर चल रहे हैं
इस पर राउत ने कहा, ''हम इतने नीचे नहीं गिरे हैं. हम अब भी उनके सिद्धांतों पर चल रहे हैं। बाला साहेब ने लाउडस्पीकर और सड़क पर नमाज अदा करने को लेकर अपना रुख स्पष्ट किया था। सत्ता में आने के बाद उन्होंने इसे रोका भी, शिवसेना को कोई हिंदुत्व ना सिखाए।'' शिवसेना के प्रमुख प्रवक्ता ने राज ठाकरे का नाम लिए बिना कहा कि उद्धव ठाकरे नीत महा विकास अघाड़ी सरकार कानून के तहत चल रही है, किसी के दिए 'अल्टीमेटम' पर नहीं. महाराष्ट्र में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस की गठबंधन सरकार है।