झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के पोरैयाहाट से विधायक प्रदीप यादव ने हेमंत सोरेन सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में विलंब का कारण उनके और पार्टी से निष्कासित विधायक बंधु तिर्की के होने को आज सिरे से खारिज कर दिया।
श्री यादव ने आज यहां संवाददाताओं के साथ बातचीत में कहा कि वे और बंधु तिर्की का मंत्रिमंडल के विस्तार में बाधक बनने का कोई प्रश्न ही नहीं है। मंत्री किसे बनाया जाए, यह मुख्यमंत्री के अधिकार क्षेत्र में आता है। उन्होंने झाविमो के भाजपा में विलय के सवाल पर कहा कि जब से गठबंधन का दौर चला है तब से शीर्ष नेतृत्व को सरकार चलाने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
विधायक ने कहा कि हर नेता मंत्री बनना चाहता है। कुनबे को संभालकर चलना कठिन काम है। किसके साथ रहेंगे, किसके दल में शामिल होंगे, दो फरवरी तक सारी चीज से पर्दा उठ जाएगा। जनता भी सब जान जाएगी लेकिन थोड़ इंतजार करना होगा।
श्री यादव ने कहा कि जिस जगह से उनके क्षेत्र की जनता का भला होगा, प्रदीप उसके साथ खड़ा होगा। पूछने पर उन्होंने कहा कि पद से मुक्त करने वाला ही सही जबाब दे सकता है। जनता की आवाज बंद नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मंत्री बनना या नहीं बनना यह तो मुख्यमंत्री के हाथ में हैं। मंत्री बनना जनता के बीच जाने का साधन होता है। कौन मंत्री नहीं बनना चाहता है। राजनीति में कदम रखने वाला हर व्यक्ति मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक बनना चाहता है।
विधायक ने कांग्रेस में शामिल होने के सवाल पर कहा कि उनके कांग्रेस में जाने पर यदि जामताड़ से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी पद से इस्तीफा देने की बात कहते हैं तो यह उनकी राय हो सकती है। यह श्री अंसारी ही बेहतर बता सकते हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कार्यक्रम में शामिल होने यहां आये श्री यादव ने कहा कि उनके और श्री तिर्की की वजह से सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पाने का प्रश्न बेबुनियाद है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर निशाना साधते हुए कहा कि रघुवर दास जी तो पूरे पांच साल तक सरकार चलाने के बाद भी एक मंत्री पद पर किसी को नहीं बैठा सके।