देशभर में नवरात्रों को धूमधाम से मनाया जा रहा है। इन दिनों कहीं दुर्गा पूजा के साथ-साथ गरबा (Garba) की धूम हैं। हर जगह पंडालों में मां भव्य स्वरूप में विराजमान हैं। अपने विवादित बयानों के लिए जानी जाने वाली लोकसभा सांसद साध्वी प्रज्ञा ने गरबा पंडालों में प्रवेश को लेकर एक विवादत बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय (Muslims Community) के लोगों को गरबा पंडाल में जाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
साध्वी प्रज्ञा ने कहा ‘कोई भी गरबा पंडाल में जाता है तो उसकी आइडेंटिटी चेक की जाए और गरबा पंडालों में मुस्लिमों को ना जाने दिया जाए। पहली बात हो हम अपनी पूजा पद्धति को शुद्ध रखना चाहते हैं और दूसरी बात हमारे धार्मिक कार्यक्रमों में मुस्लिम समुदाय के पंडाल उनकी वस्तुओं तथा उनके कार्यों पर रोक लगनी चाहिए चाहे वो किसी भी प्रकार के हों। ये हमारा शुद्ध रूप से कहना है।’ प्रज्ञा ठाकुर ने पीएफआई पर बैन (Ban on PFI) को लेकर काग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay SIngh) पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पीएफआई और संघ की आपस में तुलना करना उनके मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है।
नरोत्तम मिश्रा ने भी दिया था इसी तरह का बयान
इससे पहले मध्यप्रदेश सरकार ने गरबा आयोजकों को ‘गरबा नृत्य पंडालों’ में प्रवेश की अनुमति देने से पहले लोगों के पहचान पत्रों की जांच करने के लिए कहा है, इसके कुछ दिन पहले प्रदेश की संस्कृति मंत्री ने दावा किया था कि इस तरह के इवेंट ‘लव जिहाद’ का जरिया बन गए हैं। मिश्रा ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा, ‘मां दुर्गा की आराधना का पर्व नवरात्रि हमारी आस्था का केंद्र है। इस तरह के पवित्र अवसर पर शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए आयोजकों को निर्देश दिया गया है कि वे पहचान पत्र की जांच के बाद ही लोगों को गरबा कार्यक्रमों में प्रवेश दें।’