गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने वीजा नियमों का उल्लंघन करने वाले विदेशी नागरिकों को रखने के लिए पणजी के निकट एक हिरासत केन्द्र का बुधवार को उद्घाटन किया। सावंत ने बताया कि सरकार ने पणजी से लगभग 9 किमी दूर स्थित मापुसा शहर में पुरानी उप-जेल को, अपने दस्तावेजों की अवधि समाप्त होने के बाद गोवा में रह रहे विदेशियों को रखने के उद्देश्य से हिरासत केन्द्र में बदलने के लिए 50 लाख रुपये खर्च किए हैं।
उन्होंने बताया, “हिरासत केन्द्र को पुरूष और महिलाओं के कक्षों में बांटा गया है और एक बार में वहां 20 से अधिक कैदियों को रखा जा सकता है।” प्रमोद सावंत ने दावा किया कि देश में यह दूसरा ऐसा केन्द्र है और पहला केन्द्र दिल्ली में है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अवैध रूप से रह रहे विदेशियों को तब तक हिरासत केन्द्र में रखा जाएगा, जब तक उन्हें उनके देश भेजने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती।
उन्होंने बताया कि सामाजिक कल्याण विभाग हिरासत केन्द्र में सभी सुविधाएं मुहैया कराएगा जबकि राज्य पुलिस इसकी सुरक्षा का प्रबंध करेगी। अपने सुरम्य समुद्र तटों के लिए प्रसिद्ध तटीय राज्य गोवा में प्रतिवर्ष कई लाख विदेशी लोग व्यवसायिक या पर्यटक वीजा पर आते हैं।