प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों उद्घाटन के बाद इंदौर में सोमवार से शुरू हुए 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के दौरान आयोजन स्थल लोगों से खचाखच भर गया। इस बीच, मुख्य हॉल में प्रवेश नहीं मिलने पर कुछ भारतवंशी प्रतिनिधियों ने नाराजगी जताई।बता दें कि इन प्रतिनिधियों ने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के लिए पहले से पंजीयन कराने के बावजूद वे मुख्य हॉल में प्रवेश नहीं कर सके। इन लोगों की नाराजगी के वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं।
जैन ने इस बर्ताव को अपमानजनक बताया
ऐसे ही एक वीडियो में अमेरिका से आईं जूली जैन को कहते हुए सुना जा सकता है कि उन्हें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के आयोजन स्थल के मुख्य हॉल में यह कहकर प्रवेश नहीं दिया गया कि यह जगह लोगों से खचाखच भर चुकी है। जैन के मुताबिक, उनसे कहा गया कि वह टीवी पर इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देख सकती हैं।जैन ने इस बर्ताव को उनके लिए बेहद अपमानजनक बताते हुए कहा, ‘‘अगर मुझे इस सम्मेलन का उद्घाटन समारोह टीवी पर ही देखना होता, तो मैं इतना धन खर्च करके अमेरिका से भारत क्यों आती।’’
ऑफलाइन आयोजित किया जा रहा
स्थानीय पुलिस के एक आला अधिकारी ने अपना नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा कि आयोजन स्थल की बैठक व्यवस्था विदेश मंत्रालय के अफसरों के हाथ में है और केंद्र सरकार के ये अफसर ही विदेशी मेहमानों की कथित असुविधा के बारे में बयान दे सकते हैं।गौरतलब है कि प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन चार साल के अंतराल के बाद पहली बार ऑफलाइन आयोजित किया जा रहा है और करीब 70 देशों के 3,500 से ज्यादा भारतवंशियों ने इसमें हिस्सा लेने के लिए पंजीकरण कराया है।