अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ़ प्रवीण भाई तोगड़िया ने सरकार से तब्लीगी जमात पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को जनसंख्या नियंत्रण कानून जल्द से जल्द लागू करना चाहिए, नहीं तो उसे हिंदुत्व की बात करने का कोई अधिकार नहीं है।
हरिद्वार के कनखल स्थित पुरुषोत्तम विहार में कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान प्रवीण तोगड़िया ने यह बात कही। कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने दारूल उलूम देवबंद, तब्लीगी जमात और जमीयत उलेमा-ए-हिंद पर प्रतिबंध नहीं लगाया तो भारत गृह युद्ध की ओर बढ़ेगा।
तोगड़िया ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि कानून बनाकर हिंदुओं के करीब 1 लाख मठ-मंदिरों का अधिग्रहण खत्म करना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि जब किसी चर्च और मस्जिद का अधिग्रहण नहीं है तो सिर्फ हिंदुओं के मंदिर ही क्यों? उन्होंने कहा कि पहले सेक्युलर बनने की स्पर्धा थी पर अब हिंदू बनने की है।
विहिप छोड़ने पर तोगड़िया ने दिया यह बयान
विश्व हिन्दू परिषद् (विहिप) छोड़ने पर तोगड़िया ने कहा, इसके पीछे संघ के नेताओं का हाथ रहा है। बीजेपी की राज्यों और केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि जब दूसरे धर्मों के धार्मिक स्थलों का अधिग्रहण नहीं होता है तो हिंदुओं के मंदिरों का अधिकरण क्यों किया जाता है। उन्होंने कहा कि भोपाल में 2017 में संघ नेताओं ने उनको राम मंदिर के मुद्दे पर बात करने से रोका था। इसलिए मजबूरी में उनको विश्व हिंदू परिषद छोड़ना पड़ा।