देहरादून : विस. का शीतकालीन सत्र प्रारंभ हो गया। पहले दिन संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत ने पूर्व सीएम स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी को श्रद्धांजलि देने के लिए अनुपूरक बजट व जमींदारी विनाश एवं भूमि व्यवथा अधिनियम को पेश करने को छोड़ सभी विषय स्थगित करने का अनुरोध किया जिसे पीठ ने स्वीकार करते हुए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने श्रद्धांजलि देते हुए अनुभव साझा किये।
विस. सत्र में सरकार की ओर से पहले दिन अनुपूरक बजट पेश कर दिया गया। वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने 2452.41 करोड़ की अनुपूरक अनुदान मांगें भोजनावकाश से पहले सदन पटल पर रखीं। श्री पंत ने बताया कि अनुपूरक अनुदान मांगों में सबसे अधिक धन का प्रावधान कृषि क्षेत्र के लिए 365.45 करोड़ किया गया है।
ग्राम्य विकास के लिए 218.17 करोड़, शिक्षा के लिए 206 करोड़, जलापूर्ति के लिए 184 करोड़ और चिकित्सा क्षेत्र के लिये 166.13 करोड़ का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि अनुपूरक बजट में राजस्व मद में 1706 करोड़ और पूंजीगत मद मैं 746 करोड़ 16 लाख की धनराशि का प्रावधान किया गया है। पंत ने बताया कि वेतन मद के लिये 261.96 करोड़ व पेंशन मद में 228.30 करोड़ रखे गए हैं।
तिवारी ने प्रदेश के विकास की नींव रखी
इससे पूर्व सदन ने दिवंगत पूर्व सीएम नारायण दत्त तिवारी को याद कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने एनडी तिवारी से जुड़े अपने अनुभव और संस्मरण व्यक्त किये। नेता सदन त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पूर्व सीएम एनडी तिवारी के निधन की सूचना से सदन को अवगत कराते हुए अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने कहा कि तिवारी जी ने देश की आजादी की लड़ाई और आजादी के बाद भी विकास को मजबूती देने में अपना अहम योगदान दिया। उन्होंने कहा कि तिवारी जी का जाना एक युग का अंत है। श्रद्धांजलि प्रस्ताव पर वित्त मंत्री प्रकाश पंत, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश, यशपाल आर्य, राम सिंह कैड़ा, सुबोध उनियाल, अरविंद पांडेय, हरक सिंह रावत आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
– सुनील तलवाड़