रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने आज कहा कि मुंबई में ड्रग्स मामले की जांच के दायरे में आए कलाकारों को फिल्मों की शूटिंग से बाहर कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर फिल्म निर्माताओं और निर्देशकों ने ऐसा नहीं किया तो आरपीआई के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन के लिए सड़क पर उतरेंगे और ऐसी फिल्मों की शूटिंग रोक दी जाएगी।
आठवले ने कहा कि फिल्म जगत में अभिनेता एवं अभिनेत्रियों को देश का युवा वर्ग रोल मॉडल मानता है लेकिन सुशांत प्रकरण के बाद मुंबई में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा की गई जांच में पहली नजर में जो तथ्य आए हैं उससे बॉलीवुड का असली चेहरा उजागर हो गया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार जानी-मानी फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण, सारा अली खान, श्रद्धा कपूर, रकुल प्रीत सिंह सहित दर्जनों बॉलीवुड से जुड़े लोगों के नाम ड्रग्स मामले में सामने आये हैं इससे समाज में बहुत गलत संदेश गया है।
फिल्म निर्माताओं एवं निर्देंशकों को चाहिए कि ऐसे कलाकारों, जिनके नाम ड्रग्स लेने में सामने आए हैं उनको फिल्मों से तत्काल हटा देना चाहिए। आठवले ने मांग की कि सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की मौत की सीबीआई जांच होनी चाहिए क्योंकि दिशा सालियान की मौत में मुंबई पुलिस की भूमिका संदिग्ध है और बिना किसी जांच पड़ताल के जल्दबाजी में मामले को आत्महत्या बता दिया गया जो पूरी तरह से गलत है।
उन्होंने कहा कि फिल्म अभिनेत्री पायल घोष मामले के आरोपी निर्देशक अनुराग कश्यप की गिरफ्तारी होनी चाहिये और अगर ऐसा नही हुआ तो आरपीआई कार्यकर्ता ओशिवारा पुलिस स्टेशन का घेराव करेंगे। उन्होंने कहा कि देश के युवा वर्ग में नशे की प्रवृति को रोकना एक बड़ी चुनौती है और इसके लिए समाज के सभी वर्गों को आगे आना चाहिये।