भाजपा महासचिव मुरलीधर राव ने मंगलवार को कहा कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन अधिक समय तक नहीं टिक पाएंगे क्योंकि इसका कोई ‘आधार’ नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि जामिया मिल्लिया विश्विवद्यालय में पुलिस कार्रवाई की तुलना जलियांवाला बाग की घटना से करना ‘‘शहीदों का अपमान’’ है।
राव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ प्रदर्शन गैर मुद्दे पर हो रहा है। यह कल्पना और व्यग्रता पर आधारित है। इसका कोई आधार नहीं है । कानून के खिलाफ प्रदर्शनकारियों को जुटाना लम्बे समय तक नहीं चल पायेगा। ऐसे प्रदर्शन की कोई आयु नहीं होती है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रदर्शन का आयोजन एक महीने से अधिक नहीं चल पायेगा क्योंकि संशोधित कानून भारतीय मुसलमानों का अधिकार नहीं छीनता है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा जामिया मिलिया इस्लामिया में छात्रों पर पुलिस कार्रवाई की तुलना जलियांवाला बाग नरसंहार से करने के बारे में पूछे जाने पर मुरलीधर राव ने कहा, ‘‘ जलियांवाला बाग नरसंहार से इसकी तुलना करना शहीदों का अपमान है। वह (उद्धव) लोकतंत्र और पूरी व्यवस्था का भी अपमान कर रहे हैं। ’’ यह पूछे जाने पर कि क्या संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का आने वाले समय में दिल्ली समेत कुछ राज्यों में चुनाव पर प्रभाव पड़ेगा, उन्होंने कहा कि मतदाताओं का ‘‘ध्रुवीकरण’’ नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि वह इसे पश्चिम बंगाल के अलावा कहीं और चुनावी मुद्दे के रूप में नहीं देखते हैं। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यह पार्टी गलती से मुस्लिम लीग के रूप में उभर रही है और उसे पता ही नहीं है कि वह सीएए का विरोध क्यों कर रही है।