देहरादून : राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने शुक्रवार को यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एण्ड एनर्जी स्टडीज द्वारा आयोजित शक्ति कार्यक्रम की सभी महिला प्रतिभागियों से मुलाकात की। शक्ति कार्यक्रम यूनिवर्सिटी की महिला शिक्षकों और कार्मिकों में लीडरशिप स्किल विकसित करने और उन्हें प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से चलाया गया। महिला प्रतिभागियों से बात करते हुए राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि महिलाओं को अपनी शक्ति और सामर्थ्य से कभी समझौता नहीं करना चाहिए।
यदि आप कोई सही निर्णय लेती हैं तो उस पर अडिग रहिये। अपने व्यवहार और कर्म पर विश्वास रखिये। यही जीवन का मूल मंत्र है। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि महिलाओं को डिसीजन मेकिंग प्रणाली में बराबरी का अधिकार मिलना चाहिये। महिलाओं में जन्मजात लीडरशिप गुण होते हैं। प्रत्येक संस्थान को उन्हें बढ़ावा देना चाहिये।
राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने लैंगिक विषमता दूर करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि लड़कियों को पढाना चाहिये, उन्हें पढ़ाई, खेलने और निर्णय लेने की पूरी आजादी देनी चाहिये। एक प्रश्न के उत्तर में राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि महिलाएं सफलता की किसी भी मंजिल पर पहुंच जायें उन्हें अपने परिवार और बच्चों के साथ सदैव सामंजस्य बनाकर रखना चाहिये।
अहंकार को कभी ऊपर हावी न होने दें और परिवार के सहयोग और सलाह को महत्व दें। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव रमेश कुमार सुधांशु, यूपीईएस के चेयरमैन शरद मेहरा, निदेशक अरूण ढ़ांड सहित बड़ी संख्या में प्रतिभागी महिलाएं उपस्थित थी।