केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में उपराज्यपाल किरण बेदी को हटाए जाने के बाद शुरू हुआ सियासी राजनीति संकट अब सत्ता पक्ष के बहुमत साबित करने पर पहुंच गया है। विपक्षी दलों ने बुधवार को उपराज्यपाल कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपकर मुख्यमंत्री वी. नारायणस्वामी को सदन के पटल पर बहुमत साबित करने के लिए निर्देश देने की मांग की है। पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता एन. रंगासामी, एआईएडीएमके नेता ए. अन्बझगन और भाजपा नेता वी. समिनाथन के साथ 14 विधायकों द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन राज्यपाल के कार्यालय को सौंपा गया, जिसमें एक विशेष विधानसभा सत्र आयोजित करने की मांग की गई है।
इसके साथ ही इस दौरान कांग्रेस सरकार को बहुमत साबित करने की मांग की गई है। विपक्षी दलों का यह कदम ऐसे समय में सामने आया है, जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी चुनाव से पहले पुडुचेरी पहुंचे हैं। रंगासामी ने कहा कि पुडुचेरी में कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई है क्योंकि उनके चार विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है और विपक्ष के पास 14 विधायक हैं। इसलिए, कांग्रेस ने नैतिक रूप से और अपने पद पर बने रहने का अधिकार खो दिया है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री वी. नारायणस्वामी को उनकी सरकार के बहुमत को साबित करने के लिए निर्देशित किया जाना चाहिए।
रंगासामी ने कहा, वह (नारायणस्वामी) अपने दोष या अक्षमता को कभी स्वीकार नहीं करेंगे, लेकिन वह दूसरों को दोषी ठहराएंगे। पुडुचेरी का बुरा हाल है और नारायणस्वामी अपने किसी भी वादे को पूरा करने में विफल रहे। केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में सियासी संकट गहराता दिख रहा है। कांग्रेस का अल्पमत में आना और अचानक उपराज्यपाल किरण बेदी को हटाया जाना, किसी बड़ी सियासी उठा-पटक की ओर इशारा कर रहा है। बता दें कि मंगलवार को राष्ट्रपति ने निर्देश दिया कि किरण बेदी अब पुडुचेरी की उपराज्यपाल नहीं रहेंगी। इसके बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन को पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है।