पुरे उत्तर भारत में इस वक्त ठंड का प्रकोप देखने को मिल रहा है। पहाड़ी राज्यों में बारिश बर्फबारी का दौर जारी है। हिमाचल प्रदेश के उंचाई वाले क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण रुक-रुक कर बर्फबारी और अन्य इलाकों में बारिश हो रही है। कई प्रसिद्ध स्थलों जैसे स्पिति, मनाली, रोहतांग, किन्नौर, चंबा, डलहौजी व कांगड़ा की धौलाधार की पहाड़ियों समेत अन्य ऊंचाई वाले इलाकों को बर्फ की चादर ने ढक रखा है।
माइनस में पहुंचा पारा
मौसम विभाग के मुताबिक कई क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हुई है। गोंडला में सबसे ज्यादा 50.5 CM बर्फबारी हुई है। इसके अलावा कुकुम्सेरी में 32.3, केलांग में 23.0 और हंसा में 20.0 सेंटीमीटर बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है। वहीं चंबा के सलूणी में 45.7 व भरमौर में 30.0 CM बर्फ पड़ी है। कुल्लू के कोठी में 10.0 सेंटीमीटर हिमपात हुआ है। शिमला,कुल्लू व किन्नौर जिले के कई इलाकों में बर्फबारी हुई है। भारी बर्फ़बारी के कारण कई जगह पारा माइनस में पहुंच चुका है।
लाहौल स्पीति में 139 सड़कें व 2 NH बंद
प्रदेश के अधिकांश पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बर्फबारी के कारण जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया, जो अभी तक पटरी पर नहीं लौट सका है। आपदा प्रबंधन के आंकड़ों के अनुसार ताजा बर्फबारी से हिमाचल प्रदेश में 3 NH समेत 262 सड़कें बंद हो गई हैं। बर्फ़बारी का प्रभाव सबसे ज्यादा लाहौल स्पीति में देखने को मिला। यहां 139 सड़कें व 2 NH बंद हो गए हैं। चंबा में 92 सड़कें, कुल्लू में एक NH समेत 13 सड़कें, शिमला में 13 जबकि मंडी में 3 व कांगड़ा में 2 सड़कें बंद हैं। कई इलाकों में बिजली लाईनठप हो गई हैं। चंबा जिले में 29 पानी की पेयजल परियोजनाएं भी बर्फबारी से प्रभावित हैं।