हरिद्वार : हाईकोर्ट के आदेश के क्रम में प्रशासन ने बस अड्डे से आगे की ओर अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरूआत की। आज के अभियान में अधिकांश व्यापारियों ने प्रशासन पर भेदभाव की नीति अपनाकर अतिक्रमण ध्वस्त करने का आरोप लगाया, जिससे प्रशासन के अधिकारी बेकफुट पर आ गए हैं। बताते चलें कि शिव मूर्ति से पोस्ट ऑफिस तक 1935 के बंदोबस्त को आधार मानकर लोक निर्माण विभाग पर शुरू से ही नाप-जोख में दोहरा मापदंड अपनाने के आरोप लग रहे थे, जोकि आज अतिक्रमण् हटाओ अभियान के दौरान देखने को भी मिला।
इस दौरान प्रशासन की गाज सिर्फ आम दुकानदारों पर ही गिरी। सत्तापक्ष में ऊंची पकड़ रखने वाले दुकानदारों के आगे प्रशासनिक अधिकारी अपने घुटने टेकते नजर आए। मौके पर न तो बोर्ड टूटे और न ही नालों पर बनी स्लैब सहित होटलों के छज्जे तोड़े गए, जबकि सड़क से कई फीट बाहर उनके छज्जे निकले हुए हैं।
फिर शुरू होगा अतिक्रमण हटाने का अभियान
वहीं, जब मौके पर मौजूद वरिष्ठ व्यापारियों ने प्रशासनिक टीम पर एक दबाव में आकर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने सहित हाईकोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाया तो अधिकारियों ने वहां से खिसकने में ही भलाई समझी।